रांची : सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के राजाहता में बीते 11 जनवरी को हुए रवि मिश्रा पर जानलेवा हमले मामले की जांच खत्म नहीं हुई और थानेदार रामाकांत ओझा पर गंभीर आरोप लगने शुरू हो गए हैं. सुखदेवनगर थानेदार रामाकांत ओझा पर यह आरोप महिला सायना जबिन ने लगाया है. पीड़ित महिला का कहना है कि थानेदार ने कमरे में महिला को अकेले बुलाने का दबाव डाला है. जबरन पासपोर्ट, मोबाइल और शादी का एल्बम को जप्त कर रखा है. इसके अलावा एक खाली पेपर में हस्ताक्षर भी करवा लिए है. पीड़ित महिला ने यह बातें अपने सुसाइड नोट में लिखा है. फिलहाल, महिला अस्पताल में इलाजरत है. पूरा मामला बीते शनिवार देर शाम की बताई गई है.
जबरन जांच के नाम पर महिला को घर से उठाया थानेदार ने
महिला ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि जांच के नाम पर जबरन थानेदार मुझे घर से उठाकर थाना ले गए. सादा पेपर में हस्ताक्षर नहीं करने पर धमकी दिया गया कि रातभर थाना में रखने और झूठे केस में फंसाने की धमकी मिली. थानेदार द्वारा अकेले मिलने से मना करने पर जबरन घसीट कर उठने की बात कहीं जारी है. इस मामले में कई लोगों का मोबाइल वापस कर दिया गया, लेकिन मेरा पासपोर्ट, मोबाइल और फोटो को बिना कारण थाना प्रभारी द्वारा रखा गया है. मुझसे बेहूदा सवाल किया जा रहे हैं तथा मुझे दोस्ती करने को दबाव दिया जा रहा है. इसके अलावा पीड़ित महिला ने कहा कि यह प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है और एक औरत की बेबसी का फायदा कैसे उठाया जा सकता है इस कांड का यह प्रमाण है. मैं यह बेज्जती और सहन नहीं कर सकती. मेरा किसी से कोई रिश्ता नहीं है. यह आत्महत्या नहीं मेरा कत्ल है. सबको सजा दो. नाकाम प्रशासन बेटी बचाओ नहीं, बेटी को षडयंत्र कर फंसा कर मार दो.