रांची : लोकसभा निर्वाचन 2024 में सभी मतदान केंद्र मॉडल मतदान केंद्र के रूप में विकसित किये गए हैं। मतदाताओं को मतदान के लिए आकर्षित करने के लिए इन मॉडल मतदान केंद्रों को थीम बेस्ड मतदान केंद्र के रूप में विकसित करें पदाधिकारी। मतदान के दिन मतदाताओं को अपने मतदान केंद्र ढूंढने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इस हेतु उन्हें अपने मतदान केंद्रों की जानकारी लेने के लिए प्रेरित करें। उक्त बातें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड के. रवि कुमार ने शहरी क्षेत्र में कम मतदान प्रतिशत वाले जिले धनबाद, बोकारो, राँची एवं पूर्वी सिंहभूम के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ संबंधित जिले में मतदान प्रतिशत बढ़ाने हेतु किये जा रहे कार्यों एवं तैयार कार्ययोजनाओं का निर्वाचन सदन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा के क्रम में कहीं।
इस बार के मतदान में कोई भी मतदाता छूटे नहीं
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि इस बार के मतदान में कोई भी मतदाता छूटे नहीं, इस ध्येय से कार्य करना है। उन्होंने धनबाद जिले के झरिया एवं बेलगढिया के शिफ्टेड वोटर्स की वजह से कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केंद्र से जुड़े मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने के लिए माइकिंग के जरिये मतदान दिवस की जानकारी देने और मतदान के महत्व को लेकर जागरूकता फैलाने का निर्देश निर्वाचन से जुड़े पदाधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि गैर सरकारी संस्थाओं में बने वोटर अवेयरनेस फोरम के सदस्यों से मिलकर इनके संस्थानों में शत प्रतिशत मतदाताओं को पंजीकृत करें। साथ ही उन्हें मतदान के दिन सवैतनिक अवकाश की जानकारी देते हुए इसके सदुपयोग के लिए प्रेरित करें।
मतदान के लिए प्रेरित करें
के. रवि कुमार ने कहा कि स्वीप के कार्यक्रम से सभी लोगों को नवाचारी प्रयासों के माध्यम से मतदान के लिए प्रेरित करें। इसके साथ वैसे मतदान केंद्र, जहां मतदान प्रतिशत कम था, उनको टारगेट कर संबंधित कारणों को दूर करते हुए मतदान प्रतिशत बढ़ाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में बनी सोसायटी को टारगेट कर वहां मतदान के लिए प्रेरित करें। इसके साथ यंग वोटर को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए संस्थाओं में कराए जाने वाले स्वीप कार्यक्रमों के समय उन संस्थानों के अहर्ता प्राप्त कर चुके योग्य मतदाताओं के मतदाता पहचान पत्र शत प्रतिशत बन चुके हैं, इसकी भी पुष्टि कर लें।
मतदान केंद्रों की स्वयं भौतिक समीक्षा करने का निर्देश
उन्होंने गर्मी की छुट्टियों में बच्चों के लिए डेमोक्रेसी रूम बनाने एवं उनसे प्रोजेक्ट के रूप में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिये गए प्रारूप में प्रोजेक्ट प्राप्त करा लें। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को जागरूक करने के लिए स्वीप के कार्यों को वृहत स्तर पर कराते हुए कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केंद्रों पर कारणों की समीक्षा कर लक्षित होकर जागरूकता फैलाएं। उन्होंने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को अपने क्षेत्र के न्यूनतम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केंद्रों की स्वयं भौतिक समीक्षा करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर राँची, धनबाद, बोकारो एवं पूर्वी सिंहभूम जिले के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों द्वारा अपने जिलों में मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक करने हेतु किये जा रहे कार्यों के बारे में बताया। साथ ही तैयार कार्ययोजनाओं के बारे में भी जनकारी दी। इस अवसर पर निर्वाचन सदन से अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा , संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध सिंह, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देवदास दत्ता उपस्थित थे।
ये भी पढ़ें : 18 वर्ष पूरा करने वाले युवक-युवती व छूटे हुए मतदाता सूची में दर्ज कराएं अपना नाम