Joharlive Team
रांची। बिहार- झारखंड में अपहरण उद्योग चलाने वाले चंदन सोनार को अपहरण की सुपारी देने वाले रवि चड्डा ने चोरी छिपे रांची कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। रवि को सरेंडर के बाद गुरुवार को जेल भेज दिया गया है। भाजपा नेता मदन सिंह के बेटे शिवम सिंह समेत तीन के अपहरण के आरोप में रवि बीते दो सालों से फरार था। रवि चड्डा को अपराधी राकेश सिंह का भी काफी करीबी माना जाता है। रवि को अपहरण कांड में पुलिस जल्द ही रिमांड पर लेगी। गौरतलब है कि सितंबर 2017 में मदन सिंह के बेटे शिवम, उनके रिश्तेदार गौरव सिंह और अभिषेक को अगवा किया गया था। रवि चड्डा ने शिवम के अपहरण के लिए चंदन सोनार और उसके गुर्गा राकेश सिंह को सुपारी दी थी। जिसके बाद 20 करोड़ की फिरौती के लिए शिवम समेत तीनों का अपहरण किया गया था।
बैठक कर बनायी थी अपहरण की योजनाा
रांची पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, भाजपा नेता मदन सिंह के बेटे को अगवा करने के लिए रवि ने सुपारी दी। जिसके बाद चंदन सोनार का गुर्गा राकेश सिंह रांची आया। रांची में राकेश सिंह ने रवि चड्डा, सुजीत उपाध्याय समेत कुछ अन्य लोगों के साथ मीटिंग की। अपराधियों को यह लगा था कि शिवम पैसा निकालने के लिए सॉफ्ट टारगेट हो सकता है। अपराधियों को लगता था कि मदन सिंह की पत्नी नहीं है, बेटा कम उम्र का है, ऐसे में वह भावुक होकर जल्दी पैसे दे देंगे। चुटिया इलाके के स्थानीय लड़कों का इस्तेमाल सिम कार्ड जुगाड़ने और रेकी के लिए किया गया था।
कांग्रेस नेता समेत छह को हो चुकी है उम्रकैद
सिविल कोर्ट के जज एसएस प्रसाद की अदालत छह अपहरणकर्ताओं को इस मामले में उम्रकैद की सजा सुना चुकी है। उम्रकैद की सजा पाने वालों में चाईबासा से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके अशोक सुंडी, सुजीत कुमार उपाध्याय उर्फ बिट्टू पांडेय, ब्रजेश कुमार उर्फ छोटू, गोविंद सिंह उर्फ रजनीश चौधरी, रणविजय सिंह, और वीरेंद्र कोड़ा का नाम शामिल है।