देहरादून : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों को निकालने की कोशिशें लगातार जारी हैं. टनल में 54 मीटर पाइप डाले जा चुके हैं. अब रैट माइनर्स मजदूरों से सिर्फ 3 मीटर दूर हैं. रेस्क्यू टीमें रैट होल माइनिंग और सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग कर रही हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मजदूरों को बाहर निकाला जा सकता है. रेस्क्यू टीमों ने मजदूरों के परिजनों से उनके कपड़े और बैग तैयार रखने को कहा है. मजदूरों को निकालने के बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया जाएगा. वहीं माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने बताया कि खुदाई जारी है. कुछ और मीटर की खुदाई बाकी है. हमें उम्मीद है कि 5 बजे तक नतीजे मिल सकते हैं. सिर्फ 2-3 मीटर की खुदाई बाकी है.
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि 52 मीटर तक पाइप डाले जा चुके हैं. 57 मीटर दूरी तक पाइप डाले जाने हैं. विशेषज्ञ मजदूरों की टीम रैट-होल खनन तकनीक का इस्तेमाल कर हाथ से मलबा हटा रही है. इसके बाद इसमें 800 मिमी व्यास वाले पाइप डाले जा रहे हैं.
मशीनें फेल, अब इंसानों के सहारे रेस्क्यू मिशन
मजदूर सुरंग में करीब 60 मीटर की दूरी पर फंसे हैं. ऑगर मशीन ने 48 मीटर तक ड्रिलिंग की थी. इसके बाद मशीन सुरंग में फंस गई थी. इसे काटकर बाहर निकाला गया. इसके बाद रैट माइनर्स ने मैन्युअल खुदाई शुरू की. सोमवार से अब तक चार-पांच मीटर तक खुदाई की जा चुकी है. ऐसे में अब 7-8 मीटर खुदाई ही बाकी मानी जा रही है.
उधर, मैन्युअल हॉरिजेंटल ड्रिलिंग के लिए दो प्राइवेट कंपनियों की दो टीमों को लगाया है. एक टीम में 5 एक्सपर्ट हैं, जबकि दूसरी में 7. इन 12 सदस्यों को कई टीमों में बांटा गया है. ये टीमें बचे हुए मलबे को बाहर निकालेंगी. इसके बाद 800 एमएम व्यास का पाइप डाला जाएगा. एनडीआरएफ की टीमें इसी के सहारे मजदूरों को बाहर निकालेंगी.
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