गुरुग्राम : गुरुग्राम में पकड़े गये किडनी रैकेट का सरगना रांची का मो मुर्तजा अंसारी है. किडनी ट्रांसप्लांट का ये बड़ा कारोबार कई सालों से चल रहा है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी सरगना फेसबुक और अन्य सोशल साइट्स पर किडनी ट्रांसप्लांट के विज्ञापन दिखा कर बांग्लादेश के नागरिकों को पैसों का लालच देकर अपने जाल में फंसाता है. गिरोह की सक्रियता बंगाल, दिल्ली एनसीआर और बांग्लादेश में सबसे ज्यादा है. जगह-जगह इसके एजेंट नियुक्त हैं. रैकेट का सरगना मो मुर्तजा अंसारी किडनी ट्रांसप्लांट करा चुके लोगों और डोनर के संपर्क में रहता है. सोशल मीडिया के अलावा उनकी मदद से उन्हें नए डोनर और मरीज़ भी मिले.

मुर्तजा की जयपुर के फोर्टिस हॉस्पिटल में गहरी पैठ थी. अगर किसी किडनी डोनर की जरूरत हो तो दो से तीन दिन में मरीज को किडनी उपलब्ध करा दी जाती है. वह डोनर उपलब्ध कराने के लिए 10 लाख रुपए लेता था, जबकि किडनी दान करने वालों को 4 लाख रुपए देता था. मुर्तजा अंसारी ट्रांसप्लांट के लिए फर्जी दस्तावेज भी तैयार कराता था. फेसबुक पर किडनी दान से संबंधित दस से अधिक पेज हैं. जब आप उन पेजों पर संदेश भेजते हैं, तो एजेंट आपसे संपर्क करता है. जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश के लोगों को कोलकाता से मेडिकल वीजा पर भारत लाया गया था.

गुड़गांव के एक होटल के जरिये चल रहे किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट की सूचना मिली थी. सूचना पर सीएम फ्लाइंग और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पिछले गुरुवार को गुड़गांव में राजस्थान के जयपुर में जलाए जा रहे किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया. गुड़गांव के सेक्टर-39 स्थित बाबिल पाला होटल में छापेमारी में बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शमीम नाम का युवक मिला, जिसकी किडनी जयपुर फोर्टिस अस्पताल में निकाल ली गई थी. गुड़गांव स्थित एक होटल में डे केयर दी जा रही थी. टीम ने यहां भर्ती चार किडनी ट्रांसप्लांट मरीजों को पकड़ा है.

शमीम ने पूछताछ में बताया कि फेसबुक पर किडनी ट्रांसप्लांट का विज्ञापन देखकर उसने झारखंड के रांची निवासी मोहम्मद मुर्तजा अंसारी नाम के एजेंट से संपर्क किया. जिसने उसे बांग्लादेश की मुद्रा के अनुसार 4 लाख टका देने का सौदा तय किया. यह रकम लेकर उन्होंने अपनी किडनी दान करने की डील फाइनल की. एजेंट ने खुद ही उसकी उंगलियों के निशान लेकर उसका फर्जी पासपोर्ट बनवा लिया और करीब 2 महीने पहले उसे भारत भेज दिया. यहां जयपुर के फोर्टिस हॉस्पिटल में उनका ऑपरेशन किया गया और कुछ दिन पहले उन्हें गुरुग्राम शिफ्ट किया गया था. फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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