रांची:  का डॉक्टर इश्तियाक निकला आतंकी, भारत को बनाना चाहता था इस्लामिक स्टेट अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट मॉड्यूल के खिलाफ झारखंड एटीएस और दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. झारखंड एटीएस ने रांची, हजारीबाग और लोहरदगा में 16 जगहों पर छापेमारी कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है. मॉड्यूल के लीडर डॉ इश्तियाक अहमद को रांची के बरियातू से, फैजान उर्फ मुन्ना को हजारीबाग के लोहसिंहना से, मो रिजवान और मुफ्ती रहमतुल्लाह को रांची के चान्हो से गिरफ्तार किया गया है. लोहरदगा के कुड़ू से एक व रांची के चान्हो थाना क्षेत्र से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. गिरफ्तार लोगों को जज के आवासीय कार्यालय में पेश किया गया. सभी को रांची से दिल्ली ले जाया जायेगा. बरियातू के अल हसन अपार्टमेंट में रहने वाले डॉ इश्तियाक अलकायदा इन इंडियन सब-कांटिनेंट (एक्यूआईएस) के झारखंड मॉड्यूल के लिए आतंकियों की बहाली करवा रहा था. दिल्ली और राजस्थान से डॉ इश्तियाक के द्वारा भेजे गए युवा आतंकी ट्रेंनिग करते पकड़े गए हैं. अब्दुल रहमान कटकी की गिरफ्तारी के बाद डॉ. इश्तियाक ने अलकायदा में बहाली के सिस्टम को दोबारा एक्टिव किया था.

कटकी ने तैयार किया था झारखंड मॉड्यूल

अलकायदा इन इंडियन सब-कांटिनेंट (एक्यूआईएस) के झारखंड मॉड्यूल का गठन अब्दुल रहमान कटकी ने किया था. डॉ इश्तियाक उसी को आगे बढ़ा रहा था. डॉ इश्तियाक मूलरूप से झारखंड के जमशेदपुर का रहने वाला है. रांची के मेडिका अस्पताल में वह रेडियोलॉजी विभाग में काम करता था. इसके अलावा हजारीबाग में भी उसका अपना क्लीनिक है. बताया जा रहा है कि हजारीबाग आने जाने के क्रम में ही उसने फैजान अहमद को संगठन से जोड़ा था. डॉक्टर रांची के जोड़ा तालाब स्थित अल हसन रेसिडेंसी में रहता है. इश्तियाक ने रांची के रिम्स से एमबीबीएस किया है. मेडिका के चिकित्सक की गिरफ्तारी के मामले में पूछे जाने पर अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ विजय मिश्रा ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन को इसकी कोई जानकारी नहीं है.

उधर राजस्थान के भिवाड़ी से हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने के दौरान इस मॉड्यूल से जुड़े अल्ताफ को हिरासत में लिया गया है. वह लोहरदगा के कुड़ू प्रखंड के चंदलासो पंचायत अंतर्गत कौवाखाप गांव निवासी मुस्लिम अंसारी का बड़ा पुत्र है. इसके कौवाखाप गांव स्थित घर से दो कंट्री मेड कार्बाइन और एक एयरगन बरामद किया गया है. उधर, दिल्ली पुलिस ने राजस्थान और यूपी से अल्ताफ के अलावा कुल छह संदिग्धों को हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि अलकायदा मॉड्यूल का नेतृत्व रांची का डॉ इश्तियाक नामक व्यक्ति कर रहा था. उसकी देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और गंभीर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की मंशा थी.

चान्हो में मदरसा चलाता है मुफ्ती रहमतुल्लाह

एटीएस ने रांची के चान्हो थाना क्षेत्र के चार गांव से चार लोगों को हिरासत में लिया. इनमें बलसोकरा के मो मोदब्बिर (पिता-स्व मो नुमान), मो रिजवान (पिता-मो परवेज मास्टर), चटवल के मुफ्ती रहमतुल्लाह मजाहिरी (पिता-मो खलील) व पिपराटोली का मतिउर रहमान (पिता-इब्राहिम अंसारी) शामिल हैं. बाद में रिजवान और मुफ्ती रहमतुल्लाह को गिरफ्तार कर लिया गया.

एटीएस ने सुबह करीब 7:00 बजे एक साथ ही बलसोकरा, चटवल, पिपराटोली व पकरियो गांव के तीन घरों में छापामारी की थी. मो मोदब्बिर व मो रिजवान को बलसोकरा स्थित उनके घर से, मतीउर रहमान को उनके बीजुपाड़ा स्थित आवास से और मुफ्ती रहमतुल्लाह को चटवल स्थित मदरसा से हिरासत में लिया. वहीं, पकरियो में छापेमारी में एनामुल अंसारी (पिता-असरुदीन अंसारी), शहबाज अंसारी (पिता-जेयारत अंसारी) घर में नहीं मिला. परिजनों की ओर से बताया गया कि शहबाज अंसारी (पिता-जेयारत अंसारी) परीक्षा लिखने दिल्ली गया हुआ है. जबकि, दूसरा शहबाज (पिता-खलील अंसारी) व एनामुल अंसारी तबलीग जमात में बाहर गये हुए हैं. जानकारी के अनुसार, एटीएस द्वारा हिरासत में लिये गये मुफ्ती रहमतुल्लाह मजाहिरी चटवल के कुदरतनगर में पिछले तीन साल से जमीयतुल मोहसिनात नामक मदरसा चलाते हैं. जबकि मतीउर रहमान की बीजुपाड़ा चौक में शम्मा वस्त्रालय नामक कपड़े की दुकान है. वह वर्तमान में बीजुपाड़ा में ही रहते हैं, जबकि मो मोदब्बिर बलसोकरा में वेब वर्ल्ड तथा मो रिजवान नंबर प्लेट व सीट कवर बनाने की दुकान चलाता है.

हजारीबाग से फैजान उर्फ मुन्ना को किया गिरफ्तार

एटीएस की टीम ने गुरुवार सुबह हजारीबाग के लोहसिंहना मुहल्ले से मो फैजान उर्फ मुन्ना को पकडा. उससे लोहसिंहना थाना में व हजारीबाग एसपी के आवासीय कार्यालय में पूछताछ की गयी. इसके बाद एटीएस की टीम उसे लेकर रांची आ गयी. उधर, दिल्ली एटीएस के स्पेशल सेल टीम के सब इंस्पेक्टर अभिषेक राज ने बताया कि इस मामले की प्राथमिकी स्पेशल सेल कांड संख्या 301/24 के तहत दर्ज की गयी थी. इस मामले में टीम ने रांची से एक चिकित्सक डॉ इश्तियाक को पकड़ा है. चिकित्सक से पूछताछ में हजारीबाग के मो फैजान का नाम सामने आया. फैजान एक साल से डॉ इश्तियाक के संपर्क में था. फैजान ने बताया कि डॉ इश्तियाक किसी आतंकी संगठन से जुड़ा है.

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