रांची। ईटकी थाना पुलिस ने विजय उरांव हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार उग्रवादी का नाम अताउल अंसारी बताया गया है। वह ईटकी का रहने वाला है। इसके पास से एक देशी पिस्तौल, एक गोली, एक खोखा और एक मोबाईल फोन बरामद किया गया है।
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि छह फरवरी को ईटकी के गढ़वाल गांव निवासी माजीया उरांव ने थाने में लिखित शिकायत दी थी कि उनके पुत्र विजय उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। बेड़ो डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने हत्याकांड में शामिल अताउल मंसूरी को उसके घर से गिरफ्तार किया।
मंसूरी ने पुलिस की पूछताछ में अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वह गाड़ी मरम्मत का काम करता था। इसी क्रम में पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य पुनई उरांव, मंगा उर्फ मनीष उरांव और पैका उरांव से दोस्ती हो गई। इसके बाद वह भी पीएलएफआई में शामिल होकर हथियार सप्लाई का काम करने लगा। पुनई उरांव की मौत के बाद मंगा उरांव उर्फ मनीष उरांव उसका काम संभालने लगा। मंसूरी ने पुलिस को बताया कि वर्चस्व बनाने के लिए उसने तीन साथियों के साथ बिरसा उरांव को पांच फरवरी को उसके घर से बुलाकर पतरा में गोली मार दी, जिससे उसकी मृत्यु हो गई।
एसपी ने बताया कि टीम में थाना प्रभारी रजनी रंजन, एनुल हक खां, बालकिशोर हेम्ब्रम, प्रवीण कुजुर, उरांव और वीर सिंह मुण्डा शामिल थे।