झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) के अध्यक्ष और उपाध्य का पद बुधवार से खाली हो गया है। चेयरमैन अरविंद प्रसाद सिंह और उपाध्यक्ष फूल सिंह मंगलवार को रिटायर हो गए हैं। लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से इन पदों पर किन्हीं की नियुक्ति नहीं की गई है।

इसका खामियाजा राज्य के बच्चों को भुगतना पड़ सकता है। नियम के मुताबिक जब तक JAC के चेयरमैन की नियुक्ति नहीं हो जाती है यहां किसी प्रकार का कोई काम संभव नहीं है। ऐसे में हाल में संपन्न मैट्रिक और इंटर की रिजल्ट अटक गया है । 30 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को फिलहाल इसका इंतजार करना पड़ सकता है।

गरीब बच्चों के इंजीनियरिंग की तैयारी भी प्रभावित
इतना ही नहीं शिक्षा विभाग की तरफ से गरीब बच्चों के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाती है। अकांक्षा नाम की इस योजना में बच्चों का चयन भी JAC के माध्यम से किया जाता है। इसके चयन की प्रक्रिया भी आखिरी चरण में है लेकिन अब बिना चेयरमैन की नियुक्ति के इनकी घोषणा संभव नहीं है। इसके अलावा मॉडल स्कूल और इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय में नामांकन परीक्षा भी विचाराधीन है।

शिक्षा सचिव ने कहा- नियुक्ति प्रक्रिया शुरू जल्दी होगी नाम की घोषणा
इस संबंध में शिक्षा सचिव राजेश शर्मा ने बताया कि नियुक्ति प्रक्रिया बहुत पहले ही शुरू कर दी गई है। इस पर विभाग की तरफ से काम जारी है। बहुत जल्द इसकी घोषणा कर दी जाएगी। शिक्षा विभाग की तरफ से प्रस्तावित नाम पर CM अनुशंसा करते हैं।

छह साल बाद रिटायर हुए अरविंद प्रसाद
अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह की नियुक्ति 2015 में हुई थी। इनका कार्यकाल तीन वर्षों का होता है। पहला कार्यकाल इनका 2018 में समाप्त हो रही थी। तत्कालीन रघुवर सरकार ने इन्हें एक और कार्यकाल के लिए नियुक्त किया था। मंगलवार को इनका दूसरा टर्म भी पूरा हो गया। इन्होंने बताया कि इनके कार्यकाल में JAC के कार्यों को पूरी तरह ऑनलाइन किया गया।

JAC के ये काम हो सकते हैं प्रभावित
1. मैट्रिक-इंटर की पूरक परीक्षा का रिजल्ट
2. प्राइमरी टीचर्स ट्रेनिंग की परीक्षा
3. आमिल-फाजिल परीक्षा का परिणाम
4. आकांक्षा की परीक्षा
5 मॉडल स्कूल और इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय की परीक्षा
6. 8वीं से 10वीं तक की परीक्षा के रजिस्ट्रेशन में होगी देरी

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