Joharlive Team

  • वरिष्ठ नागरिकों, मेडिकल हेल्प, मेनटल हेल्थ सपोर्ट के लिए विशेष हेल्पलाइन
  • ग्रॉसरी प्रोडक्ट से लेकर दूध, डेयरी एवं दवाइयों की सप्लाई के लिए भी अलग नम्बर
  • भूखे या बेसहारों की मदद के लिए विशेष हेल्पलाइन सेवा भी चालू
  • इसके अलावा सेंट्रल हेल्पलाइन एवं सोशल मीडिया के जरिये भी पहुंच रही है मदद

रांची। भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा देश में पूर्ण तालाबंदी की घोषणा के बाद से, रांची जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई पहल किए हैं ताकि किसी को भी अपने घरों से बाहर निकलने की आवश्यकता नहीं हो। किसी को भी किसी आवश्यक सामान या खाने पीने की कमी नहीं होगी। इसी कड़ी में वरिष्ठ नागरिकों के मदद हेतु हेल्पलाइन भी शुरू की गई। घर-घर तक ग्रॉसरी के सप्लाई हेतु विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर्स के सहयोग से होम डिलीवरी सेवा शुरू की गई। जिसके लिए कई हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किए गए।

इसके अतिरिक्त दवाइयों की सप्लाई, मेडिकल कंसल्टेशन सहित मानसिक स्वास्थ्य में मदद के लिए मेन्टल हेल्थ हेल्पलाइन जारी किया गया है। इसके अलावा रांची के हर एक क्षेत्र में आवश्यक सामान लाने ले जाने हेतु वॉलंटियर्स की सूची के साथ मोबाइल नम्बर भी जारी किया गया। पूरी रांची में एक भी व्यक्ति भूखा न सोए इसके लिए एक अतिरिक्त हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई। जिस पर कॉल कर कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति/परिवार के बारे में जानकारी दे सकता है, जिनकी कमाई का जरिया खत्म होने की वजह से खाने का इंतज़ाम नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा हिन्दपीढ़ी क्षेत्र को सील करने के पश्चात यहां के लिए विशेष हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई है। साथ ही साथ गैस सिलिंडर की घर-घर डोरस्टेप डिलीवरी सनिश्चित करने हेतु विशेष हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई।

तालाबंदी की घोषणा के बाद रांची जिला प्रशासन अपने लोगों की मदद के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। किराने, खाद्य पदार्थों, दूध, दवाई, ब्रेड, गैस सिलिंडर आदि के वितरण के अलावा, मानसिक स्वास्थ्य के लिए समर्पित हेल्पलाइन, वरिष्ठ नागरिकों के लिए चिकित्सा परामर्श और हेल्पलाइन वर्तमान में चालू है।

हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त कई शिकायतों में से एक में, एक वृद्ध दंपति ने एक सेल फोन की तत्काल आवश्यकता के बारे में बताया था। रिस्पांस टीम की मदद से शिकायतकर्ता को सेल फोन की डिलीवरी करवाई गई। वहीं एक अन्य शिकायत में, एक वरिष्ठ नागरिक ने गैस सिलिंडर बुकिंग सहायता के बारे में मदद मांगी, एक अन्य ने गैस सिलेंडर की कमी के बारे में बताया, यह शिकायत गैस सिलींडर डिस्ट्रीब्यूशन टीम को भेजा गया। दोनों मामलों में त्वरित कार्रवाई कर समस्या का हल कर दिया गया। एक अन्य शिकायत में एक वरिष्ठ नागरिक ने अपने टूटे पैर के बारे में हेल्पलाइन को सूचित किया। इसके साथ ही उनके पास अपने इलाज के लिए पैसे भी नहीं थे। त्वरित कार्रवाई करते हुए रेस्पोंस टीम मौके पर पहुंची और उन्हें सदर अस्पताल रांची में भर्ती कराया गया।

इस पहल के बारे में बात करते हुए, डीसी रांची, श्री राय महिमापत रे ने कहा, “हम इस कोविड-19 ​​संकट से लड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री द्वारा पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा के पश्चात हम प्रोएक्टिव एप्रोच के साथ काम कर रहे हैं। जिला में एक सेंट्रल टीम के अलावा, अलग-अलग टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है। आमजनों को किसी भी प्रकार की चिन्ता न हो इसलिए, इन सब से बचने के लिए, हमने किराना की होम डिलीवरी शुरू की और विभिन्न हेल्पलाइन नंबर जारी किए।

एक दिन के भीतर हमें एहसास हुआ कि हमारे पास रांची से बड़ी संख्या में कॉल या व्हाट्सएप ऑर्डर मिल रहे हैं। हमें उन्हें प्राथमिकता के आधार पर अलग करना था। इसी आधार पर, हमने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अलग हेल्पलाइन नंबर शुरू किया। ख़ास कर वैसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए जो रांची में रह रहे हैं और घर पर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नहीं हैं। हमारे सामने समस्या थी, इसे हल किया जाना था। हमने ‘सीनियर सिटीजन हेल्पलाइन’ लॉन्च किया और इसके जरिए उन्हें मदद पहुंचने लगी। रांची जिला भर में किसी भी तरह की समस्या का सामना करने वाला कोई भी वरिष्ठ नागरिक उस नंबर पर कॉल कर सकता है, हमारी टीम मदद के लिए वहां पहुंच जाएगी।”

उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, रांची, श्री राय महिमापत रे के निदेशानुसार जिले में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के साथ-साथ रसोई गैस की आपूर्ति के लिए भी हेल्पलाइन नंबर जारी किये गये हैं। जिस पर फोन कर रांची वासी गैस सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होने की शिकायत कर सकते हैं।

ये नंबर निम्न हैं।
आइओसीएल-9852334036
बीपीसीएल-7903846664
एचपीसीएल-7542034373

इसके अलावा एक जिला स्तरीय सेंट्रल हेल्पलाइन नम्बर 1950 भी जारी किया गया है। जहां 24*7 टीमें काम कर रही हैं और जरूरतमंदों को हर संभव मदद भी पहुंचाई जा रही है।

ग्रॉसरी डिलीवरी की बात करें तो 30 मार्च तक की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 60,000 डिलीवरी पूरी कर ली गई हैं। जिसकी कीमत लगभग ₹01 करोड़ 30 लाख है।

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