रांची : दुर्गा पूजा में अब एक महीना बचा है. लेकिन इसे लेकर पंडालों में चहल-पहल शुरू हो गई है. पूजा समितियां पंडाल से लेकर प्रतिमा तक बारीकी से नजर रख रही है. जिससे कि पंडाल में आने वालों को किसी तरह की परेशानी न हो. इसके अलावा रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति के पंडाल का थीम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देता नजर आएगा. पंडाल बनाने की तैयारी एक महीने पहले से ही शुरू कर दी गई थी. 20 फीट चौड़े, 100 फीट लंबे और 30 फीट ऊंचे पंडाल के निर्माण में 25 हजार प्लास्टिक बॉल का इस्तेमाल किया जा रहा है. थर्माकोल और फाइबर से निर्मित प्रतिमाएं भी कुछ अलग संदेश देगी.
मुख्य द्वार पर लोहे की घड़ी
मुख्य द्वार पर लोहे से निर्मित 20 फीट की घड़ी होगी, जिसमें यह दिखाया जायेगा की घड़ी रुकी हुई है. इसके पीछे की कहानी यह बताएगी कि यदि मां नहीं रहेगी तो दुनिया का विकास रुक जायेगा. इसी घड़ी के नीचे से भक्त पंडाल में प्रवेश करेंगे. पंडाल के अंदर विशेष लाइटिंग होगी. वहीं 12 फीट ऊंची मां की प्रतिमा का निर्माण जारी है. जिसमें 10 फीट का महिषासुर होगा. उसका वध करती मां दिखेंगी. पूजा समिति के अध्यक्ष मुनचुन राय ने बताया कि इस बार पंडाल पर 25 लाख खर्च करने की योजना है. इसके अलावा प्रतिमा पर 2 लाख, लाईटिंग के लिए 5 लाख व कार्यक्रम में बाकी की राशि खर्च की जाएगी. पंडाल के अंदर लकड़ी के छाल से भी आकर्षण कलाकृतियों का निर्माण किया जा रहा है. इसका निर्माण कोलकाता के कारीगर कर रहे है. पंचमी को पंडाल का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जायेगा. साथ ही बताया कि इस वर्ष 32 लाख रूपये का बजट है. उन्होंने कहा कि पूजा पंडाल देखने के लिए भक्तों की भीड़ काफी उमड़ती है, इसलिए हमलोग प्रति वर्ष कुछ अलग दिखाने का प्रयास करते है.