रांचीः दीपावली के दौरान लोग जमकर पटाखे जलाते हैं. जिसमें कई बार लापरवाही के कारण पटाखों से लोग जल भी जाते हैं. डॉक्टरों के अनुसार आम दिनों की तुलना में दीपावली के दिन बर्न केस के मामले बढ़ जाते हैं. इसी को देखते हुए राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के बर्न वार्ड में पूरी तैयारी रखी गई है. वहीं जिले के सदर अस्पताल में भी इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है.

रिम्स के बर्न वार्ड में 16 बेड को पूरी तरह से तैयार रखा गया है, ताकि यदि कोई भी इमरजेंसी में मरीज आए तो उसे तुरंत ही बेहतर इलाज मुहैया कराई जा सके. दीपावली के दिन बर्न केस के मरीजों के इलाज के लिए जूनियर रेजिडेंट, रेजिडेंट के अलावा सीनियर चिकित्सकों की ड्यूटी भी लगाई गई है. कुल 12 चिकित्सकों को दीपावली के दिन बर्न वार्ड में तैनात रखा गया है.

हीं सदर अस्पताल के इमरजेंसी में भी व्यवस्था मजबूत रखी गई है ताकि यदि पटाखे से जलने के केस अस्पताल पहुंचते हैं तो उसे त्वरित ड्रेसिंग कर ठीक किया जा सके. गंभीर केस के लिए रिम्स रेफर करने की भी तैयारी सदर अस्पताल में रखी गई है.कोरोना को देखते हुए डॉक्टरों ने कहा है कि जो लोग फेफड़े की बीमारी से ग्रसित हैं, वैसे लोग दीपावली और उसके अगले दिन तक अपने घरों से ना निकले क्योंकि वातावरण में धुआं अत्यधिक होता है. ऐसे में फेफड़े से ग्रसित बीमारी वाले मरीजों के लिए परेशानी बढ़ सकती है. खास करके वैसे मरीज अपने घरों में ही रहकर खुद को सुरक्षित रखें जिनकी उम्र ज्यादा है या फिर वह हाल फिलहाल में ही कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हो.

इन बातों का रखें ख्याल:

  • अस्थमा या पोस्ट कोविड के मरीज दीपावली में धुआं से दूर रहें.
  • पटाखा छोड़ने के दौरान यदि शरीर का कोई अंग जल जाता है तो 20 मिनट तक लगातार नल के पानी से धोते रहें.
  • जलन खत्म होने पर डॉक्टरों से सलाह लें.
  • पटाखा जलाने के दौरान आंखों का रखें ख्याल.
  • जलने पर बर्फ, घी, आलू, पेस्ट और दही का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें.
  • मास्क का प्रयोग अवश्य करें.
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