JoharLive Team
रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को दिल्ली में मथुरा रोड स्थित मिले आवास के मामले में कुछ ऐसा हुआ है, यह आवास अभी भी रघुवर दास के नाम पर आवंटित है, लेकिन नए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली दौरे को देखते हुए इस आवास को न सिर्फ दुरुस्त कर दिया गया, बल्कि पुराने मुख्यमंत्री रघुवर दास की नेम प्लेट तक हटा दी गई। इस बारे में जब स्थानिक आयुक्त एमआर मीणा से बात की गई तो उन्होंने नेम प्लेट उखाड़ने के मामले में किसी भी टिप्पणी से इन्कार कर दिया। मुख्यमंत्री बदलते ही सरकारी अमला नए हाकिम की सेवा में इस कदर जुट जाता है कि कई बार हड़बड़ी में गड़बड़ी हो जाती है।
बहरहाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीते दिन के दिल्ली शिड्यूल में भी यह जारी किया गया कि था कि वे मथुरा रोड स्थित आवास में ही रुकेंगे। वह तो गनीमत रही कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उस आवास में न जाकर झारखंड भवन में रुके। इस पूरे प्रकरण पर झारखंड सरकार के दिल्ली में बैठे अफसरों की लापरवाही उजागर हुई है। रघुवर दास ने रांची के कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास चुनाव में हार के कुछ दिनों बाद ही छोड़ दिया था, लेकिन दिल्ली मथुरा रोड स्थित आवास उन्होंने अभी तक सरेंडर नहीं किया है।
नियमानुसार वे एक माह तक इस आवास को अपने पास रख सकते हैं और यह अवधि 28 जनवरी को समाप्त होगी। यदि भारत सरकार चाहे तो इस अवधि में विस्तार भी कर सकती है। बताया जा रहा है कि रघुवर ने तीन माह के एक्सटेंशन के लिए आवेदन भी दिया है, जिस पर भारत सरकार की कमेटी विचार कर रही है।
तकनीकी रूप से रघुवर जब मथुरा रोड स्थित आवास सरेंडर करेंगे, तभी नए मुख्यमंत्री को आवास एलॉट होगा। यह भी संभव है कि सरकार उन्हें कोई और आवास आवंटित कर दे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब तक दो बार दिल्ली गए हैं, लेकिन वे मथुरा रोड स्थित आवास में अब तक रुके नहीं हैं।