रांची. झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार को गिराने की साज़िश के आरोपों के बारे में जांच करने के लिए झारखंड पुलिस की एक टीम दिल्ली जाएगी. सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों में कहा जा रहा है कि इस मामले में जांच के लिए राज्य की पुलिस ने टीमें बना ली हैं. अब तक जो सबूत हाथ लगे हैं, पुलिस उनके आधार पर ही फिलहाल जांच कर रही है. दिल्ली जाकर मामले में अलग अलग एंगलों से जांच करने के लिए रांची पुलिस ने कम से कम चार टीमें बना ली हैं.
रांची पुलिस की एक टीम दिल्ली के एक होटल में जाकर जांच करेगी, जहां मामले के तीनों गिरफ्तार व्यक्ति और झारखंड के विधायक ठहरे थे. यही नहीं, समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट की मानें तो इसी होटल में कथित तौर पर महाराष्ट्र के कुछ नेताओं के साथ इन लोगों की मुलाकात हुई थी. इस रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि किस तरह अन्य टीमें जांच करने जा रही हैं.
हर टीम के लिए अलग एंगल
सूत्रों के मुताबिक रांची पुलिस की दूसरी टीम उन चार लोगों से पूछताछ करेगी, ‘जो महाराष्ट्र से रांची आए थे, लेकिन होटल में छापे से पहले ही चले गए थे.’ उधर, तीसरी टीम यह जांच करेगी कि सभी जुड़े हुए लोगों के बीच क्या कम्युनिकेशन हुआ. इस टीम के ज़िम्मे होटल की ऑनलाइन बुकिंग से लेकर होटल के पेमेंट तक के डिटेल्स जुटाने जैसे काम भी होंगे. अन्य टीमें उन दावों के बारे में जांच करेंगी, जो आरोपियों ने अब तक अपने बयान में दिए हैं.
गौरतलब है कि राज्य सरकार को गिराने की साज़िश करने के मामले में रांची पुलिस ने अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी की है. इनकी शिनाख्त अभिषेक कुमार, अमित सिंह और निवारणप्रसाद महतो के तौर पर हुई है. याद दिला दें कि इससे पहले कांग्रेस के विधायक नमन बिक्सल कोंगारी ने दावा किया था कि उन्हें करोड़ों रुपये और मंत्री पद का लालच दिया गया था, लेकिन उन्होंने यह प्रस्ताव ठुकराकर इस अवैध खरीद फरोख्त की सूचना मुख्यमंत्री सोरेन को दी थी.