Joharlive Team

रांची: राजधानी रांची में अपराधियों पर नकेल कसने और अपराध की वारदातों पर रोकथाम के लिए राजधानी के जमीन और शराब माफिया को जिलाबदर करने की तैयारी चल रही है। राजधानी के आठ से अधिक माफिया जो जमीन और शराब के अवैध कारोबार से जुड़े हुए है। उनके खिलाफ सीसीए और जिलाबदर की कार्रवाई की जाएगी।
राजधानी रांची में यह पहली बार हो रहा है जब जमीन माफिया और शराब माफिया दोनों की कुंडली तैयार की जा रही है। बेहद गुप्त तरीके से वैसे सफेदपोश लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है जिनकी वजह से जमीन को लेकर हत्या की वारदातें होती रहती हैं। दरअसल, हाल के दिनों में पुलिस अधिकारियों ने थाना वार एक सर्वे करवाया था। सर्वे में यह बात सामने आई कि जो भी हत्याएं हो रही हैं या फिर किसी पर जानलेवा हमला हो रहा है उसके पीछे या तो विवादित जमीन का मामला है या फिर शराब।
इस सर्वे में यह भी जानकारी निकल कर सामने आई कि कुछ लोग कीमती जमीनों पर कब्जा करने के लिए अपराधियों का साथ ले रहे हैं। उसके लिए जमीन मालिक को डराया धमकाया जा रहा है। उनके बच्चों को किडनैप करने तक की धमकी दी जा रही है। सूचनाएं सटीक मिलने के बाद रांची के सीनियर एसपी ने यह प्लान बनाया है कि सभी वैसे जमीन कारोबारी जो अपराधियों के साथ मिलकर वारदातों को अंजाम दिला रहे हैं उन्हें भी जिला से तड़ीपार किया जाएगा।
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता को यह भी सूचना मिली कि रांची पिछले साल जहरीली शराब कांड के बाद जो अवैध शराब के कारोबारी शहर से भाग गए थे। वे दोबारा अपनी गतिविधियां बढ़ा चुके हैं। यही वजह है कि इस बार बकायदा ठोस सबूत जुटाकर ऐसे शराब कारोबारियों को जिलाबदर करने की तैयारी रांची पुलिस के द्वारा की जा रही है।
रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि रांची पुलिस एक दर्जन से अधिक अपराधियों की कुंडली को खंगाल रही है। जेल के अंदर और जेल से बाहर दोनों की गतिविधियों पर पुलिस की टीम नजर रखे हुए हैं। शातिर अपराधी और उनके गुर्गे जेल से बाहर निकल कर क्या कर रहे हैं इसकी पूरी तरह से निगरानी की जा रही है।
हाल के दिनों में जो अपराधी जेल से रिहा हुए हैं, उनमें कुख्यात संदीप थापा, बिट्टू मिश्रा, प्रकाश यादव, रणधीर वर्मा, सोनू पंडा, विकास सिंह, सन्नी मलिक, मोनू सिंह और निक्की शर्मा शामिल है।
रांची एसएसपी के अनुसार जो अपराधी हाल में जेल से बाहर निकले हैं उन्हें यह सख्त हिदायत दी गई है कि वे थाना हाजरी दें। इसके अलावा वैसे अपराधियों के खिलाफ विशेष टीम का गठन किया गया है जो जेल से बाहर निकलकर आपराधिक वारदातों में लिप्त है।

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