रांची: राजधानी होली के रंग में मस्त थी. बच्चे से लेकर बुजुर्ग रंगों का त्योहार हंसी खुशी से मना रहे थे. इसी बीच बरियातू हाउसिंग कॉलोनी स्थित रानी बागान साई कृपा अपार्टमेंट कॉलोनी रोड पर आदिवासी युवक दीपक पातर मुंडा को मरा समझ कर सड़क किनारे अपराधियों ने फेंक दिया. लेकिन, रांची पुलिस उस युवक के लिए भगवान बनकर पहुंची और उसे एक नई जिंदगी दी. इतना ही नहीं रिम्स में डॉक्टरों की कमी होने पर रांची पुलिस ने अपने हांथो से इलाज भी किया. फिलहाल युवक की स्थिति खतरे से बाहर है. इस मामले में रांची पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

गार्ड को ज़िन्दगी देने में सिटी एसपी और बरियातू पुलिस का बड़ा योगदान

होली के दिन जिस आदिवासी युवक दीपक पातर मुंडा को मरा समझकर अपराधी भागे थे, उसे जीवन दान देने में रांची सिटी एसपी राजकुमार मेहता और बरियातू थाना पुलिस का बड़ा योगदान है. बरियातू थाना प्रभारी के अंगरक्षक अजित कुमार और एक जवान ने खुद रिम्स में दीपक मुंडा का इलाज किया. फिर नर्स के सहयोग से रिम्स के मेडिसिन वार्ड में भर्ती किया. वर्तमान समय मे दीपक मुंडा रिम्स में इलाजरत और खतरे से बाहर है.

बरियातू पुलिस ने दो अपराधी को गिरफ्तार कर भेजा जेल

बरियातू पुलिस की टीम ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने बरियातू हाउसिंग कॉलोनी निवासी सुनील कुमार सिंह और धुर्वा, सेक्टर-3 ए टाइप निवासी कुंदन साह को गिरफ्तार कर जेल भेजी. वहीं, पूछताछ में दो अन्य अपराधियों के नाम का खुलासा किया है. जिसमें सोनू सिंह और मनी मिश्रा का नाम शामिल है. पुलिस इनकी भी गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है.

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