रांची: नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने शनिवार को कहा कि 22 करोड़ के घोटाले के मामले सामने आए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने निगम के अभियंत्रण शाखा की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई, जिसमे मुख्य अभियंता राजदेव सिंह, कार्यपालक अभियंता रमेश सिंह और गौतम सिन्हा को छोड़ विभागों के सभी मुख्य अभियंता और कार्यपालक अभियंता उपस्थित रहे.
बैठक के बाद मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि मुख्य अभियंता राजदेव सिंह, कार्यपालक अभियंता रमेश सिंह और गौतम सिन्हा ने 2 करोड़ के टेंडर को 22 करोड़ 56 लाख का टेंडर बना दिया. जानकारी जब नगर निगम को मिली तो हमने कार्यपालक अभियंता रमेश सिंह से जवाब मांगा तो उनके पास कोई जवाब नहीं था. मेयर आशा लकड़ा ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि रांची नगर निगम में लालफीताशाही जारी है. अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं, खासकर बड़ी योजनाओं के टेंडर में कई प्रकार की गड़बड़ियां सामने आ रही हैं.
वहीं, उन्होंने कहा कि अभियंताओं की मनमानी को देखने के बाद भी नगर आयुक्त मौन धारण किए हुए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि रांची नगर निगम के अभियंत्रण शाखा में हो रहे बड़े पैमाने पर घोटालों में अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है. भ्रष्टाचार का काला चिट्ठा सामने आने के बाद आखिरकार रांची नगर निगम की मेयर एक्शन में आई और इस पर कार्रवाई करने की बात कह रही है. मेयर ने बताया कि पूरे मामले की जानकारी पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री और विभागीय सचिव को दिया जा रहा है, जिसमें यह मांग की जा रही है कि तीनों अभियंताओं पर कड़ी कार्रवाई की जाए.