विवेक आर्यन
- राज्य महिला आयोग में इस साल कुल 959 मामले दर्ज हुए जिनमें से 314 मामले रांची के
रांची : महिला उत्पीड़न के मामले में रांची जिला सबसे आगे है। अगर महिला आयोग में दर्ज विवादों की संख्या के आधार पर देखा जाए, तो इस साल राज्य में महिलाओं पर हुए अत्याचार व उत्पीड़न का एक तिहाई रांची जिले में हुआ है। राज्य भर में वर्ष 2019 में ऐसे कुल 959 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से 314 मामले रांची जिले के हैं जामताड़ा में सबसे कम 6 मामले दर्ज हुए हैं और सिमडेगा में 7। रांची के अलावा किसी भी अन्य जिले में ऐसे मामलों की संख्या 100 से कम है।
हालांकि महिला आयोग में 10 शिकायतें लोगों की जागरूकता पर भी निर्भर करती है। अधिक मामले दर्ज होने का एक कारण यह भी हो सकता है कि वहां के लोग महिला उत्पीड़न के समस्याओं को आयोग तक लाने में सक्षम हैं। लेकिन फिर भी रांची व अन्य जिलों में बेहद बड़ा अंतर है, जिससे यह साबित होता है कि रांची जिले में महिला उत्पीड़न अन्य जिलों की तुलना में अधिक है। महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार के मामले में दर्ज एफआइआर व पुलिस रिकॉर्ड भी यही बताती है कि रांची में सबसे अधिक ऐसी घटनाएं हुई है और होती है।
नए साल में नुक्कड़ नाटक से जागरूकता फैलाएगा महिला आयोग –
राज्य महिला आयोग ने इन समस्याओं के निपटारे के लिए कई और कदम उठाने का निर्णय किया है। आयोग की एक रिपोर्ट में लिखा गया है कि 2020 में विभिन्न जिलों के जिला प्रशासन के साथ आयोग बैठक करेगी। इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक के द्वारा लोगों को इसके खिलाफ जागरूक किया जाएगा।रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि लोगों के लिए खुली अदालत भी लगाई जाएगी जहां महिला उत्पीड़न संबंधी विवादों का निपटारा हो सके।