JoharLive Team

रांची। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची के रिम्स अस्पताल से किसी दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। रिम्स मेडिकल बोर्ड ने गुरुवार को एक बैठक के बाद कहा कि उन्हें रिम्स में बेहतर इलाज मिल रहा है इसलिए उन्हें यहां से किसी दूसरे अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा।
रिम्स की मेडिकल बोर्ड ने 12 गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लालू प्रसाद की मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद यह फैसला लिया है। लालू को किडनी की गंभीर बीमारी होने के चलते एक विशेषज्ञ नेफ्रालॉजिस्ट से मदद ली जाएगी। रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक विवेक कश्यप ने कहा कि मेडिकल बोर्ड ने लालू की रिपोर्ट का गहन जांच की गई। उनके इलाज, प्रोटोकॉल देखने के बाद बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा कि उन्हें सही इलाज दिया जा रहा है।

कश्यप ने बताया कि किडनी थ्री की बीमारी के लिए विशेषज्ञ नेफ्रालॉजिस्ट से सलाह ली जाएगी। अगर नेफ्रालॉजिस्ट यह कहता है कि उन्हें बेहतर इलाज के लिए स्थानांतरित किया जाएं तो हम उस पर विचार करेंगे। विशेषज्ञ नेफ्रालॉजिस्ट बुलाने के बाबत डॉ विवेक कश्यप ने कहा कि हम एम्स के पैटर्न पर चलते हैं, एम्स के डॉक्टर से ही परामर्श लेंगे।

गौरतलब है कि लालू को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के एम्स अस्पताल में स्थानांतरित करने के कयास लगाए जा रहे थे। वर्तमान समय में लालू प्रसाद सजायाफ्ता कैदी हैं, इसलिए उनको इलाज के लिए दिल्ली भेजे जाने से पहले मेडिकल बोर्ड उनकी जांच करने वाला था। इसके बाद बोर्ड की रिपोर्ट जेल और न्यायालय को भेजी जानी थी, जिसके बाद उनके आदेश लेकर ही उन्हें दिल्ली भेजा जा सकता था। लेकिन अब यह साफ हो चुका है कि उन्हें इलाज के लिए रिम्स में ही रखा जाएगा।

बता दें कि लालू के मुख्यमंत्री रहने के दौरान पशुपालन विभाग में 900 करोड़ रुपये से ज्यादा का चारा घोटाला किया गया था। अभी तक इस घोटाले से जुड़े चार मामलों में कोषागार से फर्जी धन निकासी के दोष में लालू को सजा घोषित हो चुकी है। इनमें दो मामले चाईबासा कोषागार के हैं, जबकि एक-एक मामला दुमका व देवघर कोषागार का है।

हालांकि चाईबासा और देवघर के एक-एक मामले में लालू को जमानत मिल चुकी है। उन पर दोरांदा कोषागार से जुड़े पांचवां मामले में रांची की विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई जारी है। दिसंबर, 2017 से जेल में बंद लालू फिलहाल रांची में राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में इलाज करा रहे हैं।

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