रांचीः शब-ए-बरात और होली को लेकर रांची को 10 जोन में बांटा गया है। डीसी और एसएसपी की ओर से प्रत्येक जोन में जोनल मजिस्ट्रेट के साथ, पुलिस पदाधिकारी के अलावा 10-10 पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। एक-एक जोनल मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारी के जिम्मे में तीन-चार थाना क्षेत्र में गश्ती की जिम्मेदारी दी गई है। मालूम हो कि जोनल मजिस्ट्रेट में जिला के वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जबकि, पुलिस पदाधिकारियों में डीएसपी स्तर के पदाधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। शहर व ग्रामीण इलाकों में चाक-चौबंद व्यवस्था हो इसके लिए नगर नियंत्रण कक्ष के अलावा डोरंडा और नगड़ी में भी उप नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। जहां डीएसपी स्तर के पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है।
इस प्रकार बनाए गए जोन
- लोअर बाजार थाना, चुटिया थाना व लालपुर थाना का संपूर्ण क्षेत्र
- हिंदपीढ़ी थाना, डेलीमार्केट थाना, कोतवाली थाना, सुखदेवनगर थाना, पंडरा थाना का संपूर्ण क्षेत्र
- गोंदा थाना, बरियातू थाना, सदर थाना, मेसरा ओपी और होटवार ओपी का संपूर्ण क्षेत्र
- डोरंडा थाना, अरगोड़ा थाना, जगरनाथपुर थाना, तुपुदाना ओपी, पुंदाग ओपी और धुर्वा थाना का संपूर्ण क्षेत्र
- नामकुम थाना, टाटीसिल्वे थाना, कांके थाना, खरसीदाग ओपी और पिठौरिया थाना का संपूर्ण क्षेत्र
- रातू थाना और नगड़ी थाना का संपूर्ण क्षेत्र
- बेड़ा थाना, ईटकी थाना, लापुंग थाना और नरकोपी थाना का संपूर्ण क्षेत्र
- खलारी थाना, मैकलुस्कीगंज थाना, मांडर थाना, चान्हो थाना, ठाकुरगांव और बुढुमू थाना का संपूर्ण क्षेत्र
- सिल्ली थाना, मुरी ओपी, अनगड़ा थाना, ओरमांझी थाना और सिकिदरी थाना का संपूर्ण क्षेत्र
- बुंडू थाना, तमाड़ थाना, सोनाहातू थाना, दशमफॉल थाना और राहे ओपी का संपूर्ण क्षेत्र
- अग्निशमन दस्ता होंगे चौक-चौराहों में तैनात
आपात स्थिति से निपटने के लिए शहर के जिला नियंत्रण कक्ष सहित विभिन्न प्रमुख चौक-चौराहों में अग्निशमन दस्ता को तैनात किया जाएगा। इसके तहत पिस्का मोड़, बुटी मोड, धुर्वा बस स्टैंड, मोरहाबादी मैदान, चांदनी चौक कांके रोड, बिरसा चौक, डोरंडा थाना, एकरा मस्जिद, अल्बर्ट एक्का चौक, कांटाटोली चौक, कांके चौक, चान्हो थाना, बुंडू थाना में एक-एक चौक पर अग्निशमन दस्ता तैनात रहेगा। वहीं, जिला नियतंत्र कक्ष में 2 वाहनों को दस्ता के साथ प्रतिनियुक्त करने का निर्देश डीसी और एसएसपी ने दिया है। वहीं, सिविल सर्जन से कहा गया है कि एक एंबुलेंस, चिकित्सक और कर्मियों को सभी आवश्यक दवा और उपकरण के साथ जिला नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त करें।