JoharLive Team
रांची : देश के मानचित्र पर भाजपा सिकुड़ती जा रही है। महाराष्ट्र, हरियाणा और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में जनता ने भाजपा के छद्म राष्ट्रवाद को नकारा है। झारखंड की जनता भी भाजपा के नेतृत्व को ठुकराएगी। उक्त बातें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने कहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर वोट मांग कर हिंदुओं को इमोशनल ब्लैकमेल किया है। सरकार ने हिंदुओं के लिए कोई काम नहीं किया है। न ही उनके जीवन स्तर में कई बदलाव आया है।
बघेल ने कहा कि भारतीय सेना में सबसे अधिक लोग हरियाणा से है, लेकिन फिर भी हरियाणा में भाजपा हार गई। इसी तरह महाराष्ट्र में भी भाजपा का हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का एजेंडा फेल हो गया। उन्होंने महाराष्ट्र में रातों-रात राष्ट्रपति शासन के हटाए जाने और देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने के प्रकरण पर भी निशाना साधा।
छत्तीसगढ़ श्री राम का ननिहाल, राम हमारी संस्कृति में –
बघेल ने कहा कि राम हमारी संस्कृति में है हम किसी से मिलते हैं तब भी राम-राम कहते हैं और अलग होते हैं तब भी राम-राम ही कहते हैं। हर काम राम के नाम से शुरू होता है, लेकिन राम के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि छत्तीसगढ़ राम का ननिहाल है। राम की माता कौशल्या छत्तीसगढ़ राज्य से ही थीं। बघेल ने कहा कि भाजपा ने हिंदुओं के वोट का इस्तेमाल सिर्फ ध्रुवीकरण के लिए किया है।
राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय, सरकार अपनी उपलब्धि ना बताए –
राम मंदिर निर्माण के सवाल पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का रास्ता सुप्रीम कोर्ट के द्वारा प्रशस्त हुआ है। इसके लिए भाजपा सरकार को क्रेडिट नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार यह बताए कि जिन हिंदुओं से उन्होंने वोट मांगी थी उनके लिए क्या किया। उनके जीवन स्तर में क्या बदलाव आया। भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि राम मंदिर के निर्माण से लोग खुश नहीं हैं, बस लोगों को संतोष है कि एक राजनीतिक मुद्दा खत्म हुआ। उत्तेजना के साथ भय का माहौल खत्म हुआ।
चुनावी सभा में जमीन का मुद्दा उठाकर भाजपा पर प्रहार –
झारखंड के चुनावी अखाड़े में सभी पार्टियां अलग-अलग दांवपेच और पैंतरेबाजी में लगी है इस बीच बुधवार को कांग्रेस की ओर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भवनाथपुर और भंडरिया में सभाएं की। अपनी सभाओं में भी उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा और कहा की भाजपा सरकार सिर्फ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए है। राज्य के आदिवासियों की जमीन और नागरिकों के मुद्दे पर भाजपा सरकार का ध्यान नहीं है। बता दें कि महागठबंधन की ओर से भवनाथपुर में केपी यादव और डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र से केएन त्रिपाठी कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में खड़े हैं। भाजपा की ओर से आलोक चौरसिया मैदान में हैं, जो पहले JVM से विधायक रहे हैं। इस बार JVM की ओर से डॉ राहुल खड़े हैं, यह पेशेवर ओर्थपेडीक डॉक्टर हैं। डालटनगंज विधानसभा में कुल 15 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। भवनाथपुर में केपी यादव के विरुद्ध भाजपा की ओर से भानु प्रताप शाही खड़े हैं।