रांची: राज्य सरकार की नियोजन नीति एक बार फिर रद्द होने के विरोध में नाराज छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी छात्र मोरहाबादी से चल कर अलबर्ट एक्का चाैक पहुंचे. यहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का पुतला जलाया तथा नारेबाजी की. 19 दिसंबर को रांची बंद का आह्नान किया गया. बंद को सफल बनाने के लिए छात्रों से रांची पहुंचने की अपील की गयी. मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका में 18 दिसंबर को बैठक होगी, जिसमें बंद को सफल बनाने पर रणनीति तैयार की जायेगी.

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि हेमंत सरकार सुनियोजित तरीके से जानबूझ कर रोजगार नहीं देना चाहती है. नाैकरी नहीं देने की मंशा से ऐसी नियोजन नीति बनायी थी, जो आगे चल कर रद्द हो जाये. इस अवसर पर योगेंद्र चंद्र भारती, चंदन, पुष्पा, अमित सहित काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे. वहीं प्रदर्शन व पुतला दहन के कारण अलबर्ट एक्का चाैक पर ट्रैफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गयी थी.

जुलूस और प्रदर्शन के कारण घंटों जाम रहा शहर, परेशान रहे लोग

राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था शनिवार को चरमरा गयी. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के कारण शहीद चौक से बिरसा मुंडा समाधि स्थल कोकर तक दोपहर 12 से तीन बजे तक जाम लगा रहा. इससे लोगों को काफी परेशानी हुई. वहीं, दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक मिशन चौक से कांटाटोली के बीच क्रिसमस जुलूस के कारण जाम का नजारा दिखा. शाम में अलबर्ट एक्का चौक पर छात्र संगठनों के पुतला दहन कार्यक्रम के कारण मेन रोड की यातायात व्यवस्था चरमरा गयी. इधर, मेन रोड व मिशन चौक से कांटाटोली तक यातायात प्रभावित होने के कारण लोग बहू बाजार से कांटाटोली की ओर चले गये. इस वजह से उधर भी जाम की स्थिति बनी रही. इस दौरान ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी व जवान मूकदर्शक बने रहे.

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