रांची. झारखंड में 6 साल बाद कांग्रेस की प्रदेश कमेटी का गठन हो गया है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इससे संबंधित सूची जारी कर दी. कांग्रेस प्रदेश कमेटी में करीब 197 नेताओं के नाम शामिल है. जिसमें 11 प्रदेश उपाध्यक्ष, 35 प्रदेश महासचिव, 82 प्रदेश सचिव, 33 प्रदेश कार्यकारिणी से लेकर 36 विशेष आमंत्रित सदस्यों के नाम शामिल है. कांग्रेस प्रदेश की नई कमेटी पर नजर दौड़ाएं तो पुराने- अनुभवी और नये चेहरों को भी मौका दिया गया है. खासकर प्रदेश स्तर के नेता से लेकर जिला और प्रखंड स्तर के नेताओं को इसमें जगह मिली है.
कांग्रेस की नई प्रदेश कमेटी इसलिए भी खास हो जाती है क्योंकि साल 2016 के बाद पहली बार प्रदेश कमेटी का गठन हो पाया है. सुखदेव भगत के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए प्रदेश कमेटी का गठन हुआ था. उसके बाद न तो डॉ अजय कुमार के कार्यकाल में प्रदेश कमेटी का गठन हुआ और न ही उसके बाद रामेश्वर उरांव अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश कमेटी का गठन कर पाए. दोनों ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान प्रदेश कमेटी के निर्माण को लेकर लगातार आवाज उठती रही, पर ये संभव नहीं हो पाया. अब राजेश ठाकुर के एक साल से ज्यादा का कार्यकाल बीतने के बाद प्रदेश कमेटी का गठन हो पाया है.
प्रदेश में संगठन को मिलेगी मजबूती
अभी एक सप्ताह का वक्त भी नहीं गुजरा है, जब कांग्रेस ने नये जिला अध्यक्षों की घोषणा की गई थी. जिला अध्यक्षों की घोषणा के बाद उसका विरोध भी हुआ था. इस विरोध के बाद चार जिला अध्यक्षों के नाम बदलने पड़े थे. नई प्रदेश कमेटी में पूर्व जिला अध्यक्षों को भी शामिल किया गया है. साथ ही साथ वैसे नाम भी शामिल है, जिनको प्रदेश कमेटी में जगह मिलने का इंतजार था. झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का मानना है कि प्रदेश कमेटी के निर्माण से संगठन की मजबूती और विस्तार को नया बल मिलेगा. साथ ही कांग्रेस के द्वारा संगठन स्तर पर चलाये जा रहे कार्यक्रम में तेजी आयेगी, जो पार्टी के हित में जरूरी है.