रांची: 33 घंटे के बाद आज अहले सुबह 4 बजे इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी है. दरअसल रांची हिंसा के कारण शुक्रवार की शाम 7 बजे से शहर में इंटरनेट सेवा ठप्प कर दी गई थी, जिसे करीब 33 घंटे के बाद रविवार सुबह बहाल किया गया. दरअसल रांची में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के कारण शहर के कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गयी थी, इसके साथ ही इंटरनेट सेवा भी बंद थी. इस दौरान रांची के अधिकांश इलाकों में सन्नाटा पसरा था, सड़कों पर पुलिस बल की मौजूदगी थी.
बताया जाता है कि रांची में बाजार बंद और इंटरनेट सेवा ठप होने के कारण करीब 500 करोड़ रुपये के कारोबार का नुकसान हुआ है. रांची के व्यापारियों के अनुसार बीते दो साल से रांची के कारोबारियों ने कोरोना की मार झेली थी. अभी रांची में व्यापार 2 साल में हुए नुकसान से उबर ही रहा था कि रांची हिंसा के कारण व्यवसाय को फिर से बड़ा नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि रांची में इस एक दिन की बंदी की वजह से करीब 500 करोड़ रुपये का नुकसान कराया है. यह नुकसान अलग-अलग व्यवसाय की संयुक्त कमाई का हुआ है. इस वजह से रांची के व्यापारी उम्मीद करते हैं कि भविष्य में रांची के अंदर इस तरह की घटना न हो.
हिंसा मामले में झारखंड के राज्यपाल रमेस बैस ने एडीजे को तलब किया. इस दौरान राज्यपाल ने एडीजी को निर्देश दिया कि मामले की जांचकर दोषियों पर कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो. बता दें, मामले की जांच के लिए एसपी के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई है. इसमें 15 पुलिस अधिकारी शामिल हैं. रांची हिंसा मामले में अब तक दो दर्जन नामजद समेत 10 हजार से ज्यादा अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. बता दें, उपद्रव के दौरान गोली लगने से एक घायल की स्थिति नाजुक बनी हुई है.