Ayodhya : आज रामनवमी के अवसर पर रामनगरी अयोध्या में उल्लास और आस्था का माहौल है. श्रीराम के जन्मोत्सव के कार्यक्रमों की शुरुआत राम मंदिर में भोर के समय मंगला आरती से हुई. जिसके बाद सुबह 9:30 बजे से जन्मोत्सव के विशेष आयोजन प्रारंभ हो गए. कार्यक्रम की शुरुआत रामलला के अभिषेक से हुई. उसके बाद एक घंटे तक भगवान राम का श्रृंगार हुआ. ठीक 12 बजे मंदिर में घंटा-घड़ियाल और नगाड़े की थापों के बीच रामलला का प्राकट्य हुआ. इस विशेष अवसर पर भगवान श्रीराम को सोने के धागे से पिरोए पीत वस्त्र और आभूषण पहनाए गए. साथ ही भगवान के प्रकट होने की आरती हुई और 56 प्रकार के भोग अर्पित किए गए. मुख्य पर्व पर राम मंदिर में महाआरती के साथ-साथ सूर्याभिषेक का आयोजन भी हुआ.
#WATCH | ‘Surya Tilak’ illuminates Ram Lalla’s forehead at the Ram Janmabhoomi Temple in Ayodhya, on the occasion of Ram Navami
‘Surya Tilak’ occurs exactly at 12 noon on Ram Navami when a beam of sunlight is precisely directed onto the forehead of the idol of Ram Lalla, forming… pic.twitter.com/gtI3Pbe2g1
— ANI (@ANI) April 6, 2025
इससे पहले, शनिवार को ही लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे और सरयू नदी में डुबकी लगाने के बाद विभिन्न मठों और मंदिरों में दर्शन-पूजन कर धार्मिक अनुष्ठानों में भाग ले रहे थे. प्रसिद्ध लेखक और साहित्यकार यतींद्र मोहन मिश्र ने भगवान श्रीराम के जन्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म मानवता की प्रतिष्ठा और विश्व कल्याण के लिए हुआ था. उन्होंने कहा, “रामनवमी इसलिए मनाते हैं ताकि समाज में एक ऐसे नायक की प्रतिष्ठा हमेशा बनी रहे, जिन्होंने संयम, त्याग, बलिदान, वीरता और अनुशासन के साथ मानवता के कल्याण के लिए कार्य किया.”
कथावाचक प्रभंजनानंद शरण ने भी राम की महिमा को श्रद्धालुओं तक पहुंचाया और कहा कि राम नाम की महिमा से मानव समाज भवसागर से पार हो जाता है, जैसा कि भक्त प्रहलाद, बालक ध्रुव, मीराबाई, संत रविदास और संत रहीम जैसे कई भक्तों ने अनुभव किया. रामनवमी के इस विशेष अवसर पर अयोध्या में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत दृश्य देखने को मिला, जहां लाखों भक्तों ने भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव में भाग लिया और आशीर्वाद प्राप्त किया.
Also Read : बिहार को मिलेगी नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन, इस दिन दिखाएंगे PM हरी झंडी