Joharlive Team
रांची। रांची रोड के बड़े अस्पताल वृंदावन एंड रिसर्च सेंटर में नवजात के खरीद बिक्री का मामला दिन पर दिन तूल पकड़ते जा रहा है। रामगढ़ सीडब्लूसी की टीम ने शुक्रवार को अस्पताल की डॉक्टर से पूछताछ के बाद रांची में छापेमारी की। इस दौरान सीडब्लूसी की टीम ने ओरमांझी स्थित इरबा के हैदर नगर में स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी की और दो वर्ष के नवजात को बरामद किया है। सीडब्लूसी की टीम ने एक महिला को हिरासत में लिया है। जिसका नाम शहजादा खातुन है। महिला को पुलिस ने हिरासत में लिया है। महिला शहजादा को रामगढ़ के महिला थाना में पूछताछ की जा रही है। हालांकि, महिला ने कोई खास जानकारी नहीं दिया है।
6-7 माह पहले डॉक्टर से लिया था नवजात को
महिला से पूछताछ में कोई खास जानकारी सीडब्लूसी के हाथ नहीं लगा है। मगर, महिला शहजादा ने इतना बताया है कि छह से सात माह पूर्व डॉक्टर से नवजात को लिया था। बच्चे को परिवार वालों के कहने पर लिया था। हालांकि, नवाजात के एवज में पैसा देने की बात को स्वीकार नहीं की है। रामगढ़ पुलिस और सीडब्लूसी की टीम अपने स्तर से पूरे मामले की जांच कर रही है।
क्या है मामला
रामगढ़ पुलिस ने बुधवार की देर रात गुप्त सूचना पर छापेमारी कर दो नवजात को बरामद किया है। दोनों नाबालिग को पुलिस और सीडब्लूसी की टीम ने संयुक्त छापेमारी कर बरामद किया है। दोनों नवजात को 15/15 हजार में कोलकाता से लाकर वृंदावन अस्पताल में रखा गया था। दोनों नवजात को बेचने की तैयारी थी मगर इससे पूर्व पुलिस ने सूचना पर कार्रवाई करते हुए बरामद कर लिया है। हालांकि, इस मामले में पुलिस ने डॉक्टर को कब्जे में रखा है।
चार-चार लाख में होना था नवजात का सौदा
पुलिस के अनुसार बरामद दोनों नवजात का सौदा चार-चार लाख में होना था। इस बात की सूचना सबसे पहले बाल कल्याण समिति को मिली थी। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गयी। मामले की गंभीरता को देखते हुए देर रात संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए वृंदावन अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर में छापेमारी की। फिर अस्पताल परिसर से दोनों नवजात को बरामद करने में सफलता हासिल की। दोनों को हजारीबाग के वात्सल्य दंतक ग्रह नाले को सौंपा गया है।