रांची। सामाजिक कार्यों के रास्ते से ही राजनीतिक में प्रवेश करने की ओर एक कदम बढ़ा चुकी हैं , झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक रहे दिवंगत दुर्गा सोरेन और वर्तमान में जामा विधायक सीता सोरेन की सुपुत्री राजश्री सोरेन और विजयश्री सोरेन। जेएमएम के तीर धनुष चिन्ह जो शिकार करने के लिए इंगित करता है तो वहीं गुरु शिबू सोरेन की दोनों पोतियों द्वारा बनाया गया चिन्ह में टाइगर को दर्शाया गया है, जो कई तरह की राजनीति सवाल खड़े कर रहें हैं।
राजश्री सोरेन और विजयश्री सोरेन ने विजयदशमी के दिन 15 अक्टूबर 21 दिन शुक्रवार को अपना एक नया सामाजिक संगठन का गठन कर दिया है। डीएसएस, समाजिक सेवा में अग्रसर एक संगठन जिसका पूरा नाम है दुर्गा सोरेन सेना। सबसे बड़ी बात यह है कि इस संगठन को पूरी तरह से गैर राजनीतिक बताया गया। लेकिन मुद्दे जो हैं वो कहीं न कहीं राजनीतिक से ही जुड़े हुए हैं। पत्रकारों को संबोधित करते हुए राजश्री सोरेन ने कहा कि वर्तमान में जो हमारे दादा दिशुम गुरु राज्य सभा सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री शिबू.सोरेन और मेरे पिताजी दिवंगत दुर्गा सोरेन की जो सपने रहे हैं वे पूरा होता नहीं दिख रहा है।उनका सपना था, आदिवासी मूलवासी, किसान, दलित, अल्पसंख्यक की जो समस्याएं हैं उसका निराकरण हो सके।
झारखंड में खनिज, संपदा, उद्योग रहने के बावजूद यहां के लोगों को दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है। विधवा पेंशन ,विर्धा पेंशन के लिए परेशान होना पड़ता है। इनके अलावा कई समाजिक स्तर पर जो कार्य होने चाहिए थे,जो नहीं हो पा रहे हैं। यही सब वजहें हैं डीएसएस संगठन बनाने का। पत्रकारों के पूछे गए सवालों पर राजश्री सोरेन और विजयश्री सोरेन ने दोनों संयुक्त रुप से जवाब दिये। उन्होंने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मेरे चाचाजी हैं और बहुत अच्छे से राज्य के कार्यभार को संभाल रहे हैं। मेरे दादाजी भी मुख्यमंत्री रहें वे जितने समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं, उन्होंने भी अच्छी तरह से राज्य चलाये। लेकिन सामाजिक स्तर से मैं समाज के बीच में रहकर समाज सेवा करना चाहती हूं।
दिवंगत पिता के सपने को पूरा करने और उनके आदर्श, विचार, शख्सियत को जिंदा रखने के लिए हमें करना है। आपको बता दें कि दुर्गा सोरेन सेना जो बनाई गई है , यह कहीं न कहीं से झारखंड मुक्ति मोर्चा की अंदरूनी कलाह है जो एक दिन खुले मंच में खुलकर सामने आएगी। फ़िलहाल तो यही है कि दोनों बच्चियां अपने पिता दिवंगत दुर्गा सोरेन के सपनों को साकार करेंगे । दुर्गा सोरेन सेना संगठन के माध्यम से सामाजिक स्तर पर विकास कार्यों की ना सिर्फ जामा विधानसभा क्षेत्र , बल्कि समूचे झारखंड में काम करेंगे । इस मौके पर झारखंड मुक्ति मोर्चा से निकाले गए कई कार्यकर्तागण दुर्गा सोरेन सेना में शामिल हैं। संगठन में राजेश पासवान, छोटेलाल महतो, लाल बिहारी महतो, जितेंदर पावर सिंह ,राकेश , सय्यद अहमद सहित कई कार्यकर्तागण उपस्थित थे।