रांचीः नक्सली संगठन भाकपा का स्थापना दिवस सफ्ताह आज(21सितंबर) से शुरू हो गया है. माओवादी 21 से लेकर 28 सितंबर तक स्थापना दिवस मनाएंगे. इस दौरान उनकी रणनीति रहती है कि वे हिंसक वारदातों को अंजाम दे कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएं. स्थापना दिवस सप्ताह को लेकर झारखंड पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है. सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को नक्सल प्रभावित इलाकों में विशेष एहतियात बरतने का निर्देश जारी किया गया है.
क्यो मनाते हैं स्थापना दिवस
21 सितंबर 2004 को नक्सली संगठन सीपीआई एमएल, पीपुल्स वार ग्रुप और एमसीसीआई का विलय हुआ था. तीनों माओवादी संगठनों ने मिलकर भाकपा माओवादी नामक नए माओवादी संगठन की स्थापना की थी. इसके बाद से ही माओवादी अपने संगठन का स्थापना दिवस मनाते आ रहे हैं. इसके लिए वे अपने प्रभाव वाले इलाकों में एक हफ्ते से जगह-जगह पर्चे और बैनर टांगकर स्थापना दिवस मनाने की बात कह रहे हैं. स्थापना दिवस के मौके पर बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं. स्थापना दिवस के दौरान बड़े नक्सली नेता एक जगह बैठ कर संगठन के लिए नई रणनीति का निर्माण भी करते हैं. वही हाल के दिनों में जो भी घटनाएं घटी हैं उसका मूल्यांकन करते हैं.
कोविड में हुआ है काफी नुकसान
झारखंड में भाकपा माओवादियों को कोरोना संक्रमण के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. खुफिया एजेंसियों के द्वारा कोरोना संक्रमण के माओवादी संगठन पर प्रभाव को लेकर एक रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेजी गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड में सरायकेला- खरसावां, रांची और चाईबासा के ट्राइजंक्सन में कोरोना के कारण दो माओवादी जोनल कमांडर की मौत हो चुकी है. माओवादी संगठन को बड़ा नुकसान हुआ है. बस्तर में कोविड के कारण अबतक 10 से अधिक माओवादी अपनी जान गवां चुके हैं.
पुलिस मुस्तैद
माओवादियों के स्थापना दिवस को देखते हुए झारखंड पुलिस भी मुस्तैद है. स्थापना दिवस को ध्यान में रखते हुए झारखंड पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं नक्सल प्रभावित इलाकों में भी सर्चिंग तेज कर दी गई है. रेल रूट और हाईवे पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.