Joharlive Desk
रांची। मौसम विभाग ने इस वर्ष झारखंड समेत पूरे देश में सामान्य बारिश का पूर्वानुमान जताया था, लेकिन 1 जून से 20 जुलाई तक हुई कम बारिश ने झारखंड के कई इलाकों के लिए चिंता खड़ी कर दी है। राज्य के 25 में से मात्र पांच जिलों में ही सामान्य बारिश हुई है, जबकि शेष सभी 19 जिलों में औसत से कम बारिश हुई है। वहीं चार-पांच जिले तो सूखाग्रस्त इलाके के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं। हालांकि एक राहत की बात यह जरूर है कि अलग झारखंड राज्य गठन के बाद अधिकांश वर्षा तक सुखाड़ की चपेट में रहने वाले पलामू प्रमंडल के तीनों जिलों में इस बार अब तक सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
सबसे खराब स्थिति इन जिलों की
रांची स्थित भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से यह जानकारी दी गई है कि 1 जून से 20 जुलाई के बीच राज्य में सामान्य से करीब 13 प्रतिशत कम बारिश हुई है। बारिश के मामले में सबसे खराब स्थिति साहेबगंज, खूंटी, देवघर, गुमला और पाकुड़ जिले में सामान्य से 40 फीसदी से कम बारिश हुई है। ये जिले सूखाग्रस्त इलाके के रूप में सामने आ सकते है। सूखाग्रस्त उन जिलों को माना जाता है,जहां सामान्य से 60 से 99 प्रतिशत कम बारिश होती है।
चतरा में सामान्य से आठ प्रतिशत अधिक हुई बारिश
गुमला जिले में अब तक सामान्य से 53 प्रतिशत कम, खूंटी में 46, साहेबगंज में 45, देवघर में 42 और पाकुड़ जिले में 39 प्रतिशत कम बारिश हुई है। दूसरी तरफ वर्षा से अल्पवृष्टि का दंश झेलने वाले पलामू प्रमंडल के तीन जिलों लातेहार में सामान्य से 53 प्रतिशत अधिक, पलामू में 64 और गढ़वा में 16 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। इसके अलावा रामगढ़ में सामान्य से करीब 5 प्रतिशत अधिक और चतरा में आठ प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।
झारखंड में अब तक सामान्य से करीब 13 प्रतिशत कम बारिश हुई है
दूसरी तरफ बोकारो जिले में औसत से 11 प्रतिशत कम, धनबाद में 14, दुमका में 12, पूर्वी सिंहभूम में 17, गिरिडीह में 16, गोड्डा में 3, जामताड़ा में 19, लोहरदगा में 8, रांची में 19, सरायकेला में 32, सिमडेगा में 30 और पश्चिमी सिंहभूम जिले में सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। झारखंड में इस दौरान 356.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि सामान्य तौर पर इस अवधि में 410.5 मिमी बारिश होती है। इस तरह से झारखंड में अब तक सामान्य से करीब 13 प्रतिशत कम बारिश हुई है।