छत्तीसगढ़: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जीपी सिंह के 10 ठिकानों पर गुरुवार (एक जुलाई) सुबह छापेमारी की गई। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते की टीम ने की। गौरतलब है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जीपी सिंह एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख भी रह चुके हैं।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ कैडर के वरिष्ठ आईपीएस एडिशनल डीजी गुरजिंदर पाल सिंह (जीपी सिंह) के खिलाफ काफी समय से आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिल रही थी। ऐसे में एसीबी की एक टीम ने एक जुलाई की सुबह उनके 10 ठिकानों पर छापेमारी की। जीपी सिंह खुद एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख रह चुके हैं। वर्तमान एसबीबी प्रमुख आरिफ शेख से पहले उनके पास यह जिम्मेदारी थी। इस वक्त जीपी सिंह पुलिस अकैडमी में पदस्थ हैं।
कई टीमों ने दी दबिश
जानकारी के मुताबिक, एसीबी की अलग-अलग टीमों ने उनके ठिकानों पर दबिश दी। वहीं, रायपुर स्थित उनके निवास पर भी एक टीम जांच कर रही है। दावा किया जा रहा है कि एसीबी की टीम के हाथ महत्वपूर्ण दस्तावेज लगे हैं। हालांकि, इसकी पुष्टि अभी तक नहीं की गई है। सूत्रों के मुताबिक, जीपी सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के अलावा भ्रष्टाचार की कुछ शिकायतें मिलीं थीं, जिसके बाद यह कार्रवाई शुरू की गई।
आईपीएस राहुल शर्मा की आत्महत्या के बाद चर्चा में आए थे जीपी सिंह
जानकारी के मुताबिक, साल 2011 के दौरान बिहलासपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आईपीएस राहुल शर्मा ने आत्महत्या कर ली थी। उस वक्त जीपी सिंह बिलासपुर रेंज के आईजी थे। चर्चा यहां तक थी कि जीपी सिंह और राहुल शर्मा के बीच तालमेल नहीं बन रहा था, जिसके चलते राहुल शर्मा ने आत्मघाती कदम उठाया। इसके अलावा साल 2018 के दौरान छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी तो जीपी सिंह को एसीबी का प्रमुख बनाया गया था।