रांची : बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में सोमवार की अहले सुबह डीसी राहुल कुमार सिन्हा और एसएसपी किशोर कौशल के नेतृत्व में छापेमारी हुई। जेल में छापेमारी की सूचना के बाद कैदियों के बीच हड़कंप मच गया। 3 घंटे तक पुलिस ने जेल में बंद एक-एक कैदियों की गहन तलाशी ली। इस दौरान पुलिस को कुछ भी आपत्तिजनक सामान हाथ नहीं लगा।
खाली हाथ लौटी पुलिस
करीब तीन घंटे तक छापेमारी करने के बाद पुलिस को खाली हाथ जेल परिसर से बाहर लौटना पड़ा। छापेमारी अभियान के दौरान डीसी और एसएसपी के अलावा एसडीओ, सिटी एसपी, डीएसपी, सिटी डीएसपी, सिल्ली डीएसपी, साइबर डीएसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी और 100 से ज्यादा पुलिस बल मौके पर मौजूद थे।
औचक छापेमारी से मचा हड़कंप
जेल में छापेमारी करने की सबसे बड़ी वजह मोबाइल फोन है। यह पहली बार नहीं है, जब बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में छापेमारी की गयी है। इससे पहले भी कई बार यहां औचक छापेमारी की गयी है। रांची के साथ-साथ धनबाद और हजारीबाग स्थित जेलों में बंद गैंगस्टर्स द्वारा मोबाइल-सेलफोन के जरिये गिरोहों को ऑपरेट करने की खबर आयी थी। इसके बाद छापेमारी की गयी थी। इस दौरान रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के भीतर 150 से भी ज्यादा मोबाइल सिम एक्टिव पाये गये थे। पुलिस मुख्यालय ने जेल के भीतर सक्रिय सिमकार्ड नंबर, व्हाट्सएप नंबर, आइईएमईआई नंबर और वर्चुअल नंबर के ब्यौरे के साथ यह रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी थी।