जामताड़ा: कांग्रेस पार्टी के प्रस्तावित भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत शनिवार देर शाम को राहुल गांधी का काफिला जामताड़ा जिले के नारायणपुर प्रखंड से होते हुए गुजर गया. इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरिमोहन मिश्रा के नेतृत्व में मुरली पहाड़ी मोड पर उनके भव्य स्वागत की तैयारी की गई थी. वहीं इस मोड़ से करीब 15 किलोमीटर दूर जुम्मन मोड में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता स्वागत की तैयारी में खड़े थे. राहुल गांधी के आगमन का आलम यह रहा कि मुरली पहाड़ी मोड में वह चंद सेकेंड के लिए भी नहीं रुके. वहीं जुम्मन मोड में उनका काफिला महज 1 मिनट के लिए रुका. इस दौरान न तो राहुल गांधी अपनी गाड़ी से बाहर निकले न ही किसी से मुलाकात की. अपने गाड़ी के अंदर से बैठकर ही उन्होंने माइक पर सिर्फ एक बात कही कि इस नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं. इसके बाद फिर उनका काफिला वहां से अपने गंतव्य की ओर निकल गया.
उपयुक्त शशि भूषण मेहरा और पुलिस अधीक्षक अनिमेष नैथानी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मुरली पहाड़ी मोड में डटे हुए दिखाई दिए. जबकि जामताड़ा जिला में प्रवेश करने से लेकर उनके निकलने तक हर एक चप्पे चप्पे पर पुलिस की जबरदस्त पहरेदारी लगाई गई थी. जगह-जगह पर लोग अपने घरों से निकलकर राहुल गांधी के दीदार को सड़क किनारे खड़े दिखाई दिए. लोगों ने उनका काफिला देखकर ही संतोष पाया. राहुल के दीदार नहीं के बराबर लोगों को हो पाया. पूर्व से ही कायस लगाते हुए जुम्मन मोड में राहुल गांधी के रुकने की बात कही जा रही थी जो निराधार साबित हुई.
ये भी पढ़ें: 5 फरवरी को रांची आएंगे राहुल गांधी, डीसी ने वीआईपी मूवमेंट को लेकर की समीक्षा