रांची: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड का 1.36 लाख करोड़ रुपये का फंड रोककर राज्य के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में मुश्किलें पैदा कर रही है. राहुल गांधी ने कहा, झारखंड के लोगों के लिए जो 1.36 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किए गए थे, वह केंद्र सरकार ने रोक रखे हैं. यह राशि राज्य के लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए है, लेकिन मोदी सरकार इसे दे नहीं रही है.
राहुल गांधी ने जाति जनगणना के आंकड़े जारी न करने को लेकर अपनी सरकार की चूक स्वीकार की. उन्होंने कहा, “जाति जनगणना के आंकड़े जारी न करना हमारी चूक थी. हम अपनी सरकार बनने पर झारखंड में जातिगत जनगणना करेंगे, और इसके लिए हमारे पास पहले से एक ब्लूप्रिंट भी तैयार है उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार द्वारा फैलाए गए नफरत के माहौल को कांग्रेस खत्म करेगी. “भाजपा ने समाज में नफरत फैलाई है, हम इसे समाप्त करेंगे और आरक्षण के बैरियर को भी खत्म करेंगे,” राहुल गांधी ने कहा.
राहुल गांधी ने आगे जातिगत आरक्षण के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी और कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए आरक्षण को बढ़ाया जाएगा. उन्होंने वादा किया, “एसटी का आरक्षण 26 से 28 प्रतिशत, एससी का 10 से 12 प्रतिशत और ओबीसी का आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27 प्रतिशत किया जाएगा. राहुल गांधी ने यह भी बताया कि कांग्रेस शासित राज्य तेलंगाना और कर्नाटक में जाति जनगणना के काम को विकसित किया जा रहा है और इस मामले में सुझाव भी लिए जा रहे हैं. राहुल गांधी ने राज्य की जनता से यह वादा भी किया कि यदि कांग्रेस की सरकार बनती है, तो वे झारखंड को केंद्र से अपनी हिस्सेदारी का पैसा दिलवाने के लिए संघर्ष करेंगे, ताकि राज्य में विकास के कार्य तेजी से हो सकें.
राहुल गांधी की प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के अन्य पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद रहे. इस संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की नीतियों और भाजपा के खिलाफ कड़ा हमला बोला और राज्य की जनता से कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील की.