धनबाद: झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को धनबाद के बाघमारा में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और खासकर जीएसटी व्यवस्था, महंगाई, और उद्योगपतियों के साथ सरकार के रिश्तों को लेकर कड़ी टिप्पणियां कीं. राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, “आज सच्चाई यह है कि हिंदुस्तान में युवा और महिलाएं दुखी हैं. मोदी जी सिर्फ बड़े-बड़े भाषण करते हैं, लेकिन करते कुछ नहीं. जब देश में महंगाई बढ़ती है, तो सबसे ज्यादा चोट हमारी माताओं-बहनों को लगती है.” उन्होंने जीएसटी व्यवस्था पर निशाना साधते हुए इसे “गरीबों से पैसे लेने वाला कर” करार दिया और कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश की हर चीज पर जीएसटी लगा दिया है, जिससे गरीबों पर और ज्यादा बोझ पड़ा है.
उद्योगपतियों पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को उद्योगपतियों के प्रति अपनी नीतियों को लेकर भी कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि बड़े उद्योगपति, जैसे अदाणी, मोदी सरकार के साए में अपने कारोबार को बढ़ा रहे हैं. राहुल ने कहा, “अदाणी आपके बराबर कर चुकाते हैं. धारावी की एक लाख करोड़ रुपये की जमीन उन्हें सौंपी जा रही है.” इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने उद्योगपतियों के कर्ज माफ किए हैं और उसी रकम को गरीबों के लिए दिया जाना चाहिए.
OBC, दलित और आदिवासी वर्ग की अनदेखी कर रही मोदी सरकार
राहुल गांधी ने आगे कहा, “देश में करीब 50% OBC, 15% दलित, 8% आदिवासी और 15% अल्पसंख्यक वर्ग के लोग हैं, लेकिन आपको देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट में OBC, दलित और आदिवासी वर्ग का व्यक्ति नहीं मिलेगा.” उनका कहना था कि इन वर्गों को सशक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है, लेकिन मौजूदा सरकार ने उनकी अनदेखी की है.
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला
राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा, “आपने कभी नहीं देखा कि नरेंद्र मोदी किसी गरीब के घर शादी में जाएं. एक बार मैंने देखा कि मोदी जी गरीब बच्चों से मिलने में झिझक रहे थे, लेकिन अंबानी की शादी में जरूर गए. इससे यह साफ है कि मोदी जी गरीबों के नहीं, बल्कि बड़े उद्योगपतियों के हैं.” राहुल का यह बयान उनकी तगड़ी चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें वे प्रधानमंत्री मोदी को ‘मूल्यहीन राजनीति’ के तौर पर पेश कर रहे हैं.