रामगढ़ : भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत रामगढ़ से रांची आने के दौरान रास्ते में चुटुपालु घाटी में राहुल गांधी ने साइकिल से कोयला ढो रहे लोगों को देखा. राहुल गांधी ने कोयला ढो रहे लोगों को देखा तो वो वहीं रुक कर उन कोयला ढो रहे लोगों से बात कर उनकी समस्या और संघर्ष से रूबरू हुए. उन सबसे बात करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि साइकिल पर 200-200 किलो कोयला लेकर रोज़ 30-40 किलोमीटर चलने वाले इन युवाओं की आय नाम मात्र है. बिना इनके साथ चले, इनके भार को महसूस किए, इनकी समस्याओं को नहीं समझा जा सकता. उन्होंने कहा कि इन युवा श्रमिकों की जीवनगाड़ी धीमी पड़ी, तो भारत निर्माण का पहिया भी थम जाएगा. बता दें कि मौके पर राहुल गांधी ने कोयला ढो रहे एक मजदूर की साइकिल भी कुछ दूर तक खिची.
साइकिल पर 200-200 किलो कोयला लेकर रोज़ 30-40 किलोमीटर चलने वाले इन युवाओं की आय नाम मात्र है।
बिना इनके साथ चले, इनके भार को महसूस किए, इनकी समस्याओं को नहीं समझा जा सकता।
इन युवा श्रमिकों की जीवनगाड़ी धीमी पड़ी, तो भारत निर्माण का पहिया भी थम जाएगा। pic.twitter.com/T1nKoC6Mdw
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 5, 2024
इन कोयला ढोने वाले लोगों से मिल कर हुए अनुभव और एहसास को राहुल गांधी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर भी साझा किया।