खरौंधी : खरौंधी प्रखंड में नकली बीज और रासायनिक खाद पैकिंग कर बेचने वाले बहुत बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। थाना क्षेत्र के चंदनी मोड़ स्थित कृष्णा साह के खाद बीज दुकान से भारी मात्रा में धान और मक्का का कथित नकली बीज, बायर नामक बीज कंपनी का रैपर एवं कई सील करने वाला मशीन बरामद किया गया है।
किसानों की शिकायत पर पहुंचे बायर कंपनी के अधिकारियों ने उक्त दुकान से जप्त सेंपल की जांच के बाद इसका खुलासा किया है। किसानों को जानकारी मिली थी कि खरौंधी में कृष्णा साह व अन्य कई रसूखदारों के दुकान में लंबे अरसे से नकली खाद बीज की पैकिंग एवं बिक्री की जा रही है। किसानों ने ही इसकी शिकायत बायर कंपनी से की थी कि उनके द्वारा खरीदी गई मक्का एवं धान के बीज का जर्मिनेश अच्छा नहीं है।
किसानों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कंपनी के रंजीत सिंह के नेतृत्व में टीम ने शनिवार को कृष्णा साह के दुकान की जांच की। जांच के क्रम बायर कम्पनी के 6444 ब्रांड का भारी मात्रा में रैपर मिला। साथ ही उसे पैक करने के लिए कई सील मशीन भी पाया गया। कंपनी के द्वारा धान एवं मक्का के बीज की भी जांच की गई जो सामान्य बीज पाया गया। बाद में कंपनी के लोगों ने एसपी अंजनी कुमार झा से शिकायत कर जांच में मदद का अनुरोध किया। उसके बाद पुलिस की मौजूदगी में दुकान एवं गोदाम का ताला तोड़कर जांच की गई। जहां भारी मात्रा में मक्का एवं धान का नकली बीज, बायर कंपनी का रैपर एवं सील करने वाली कई मशीनें जप्त की गई। बताया गया है कि लगभग पांच हजार बोरा नकली डीएपी उसके गोदाम भरा हुआ मिला है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त कारोबारी के द्वारा पूरे जिले में नकली खाद बीज की आपूर्ति की जाती है। दुकानदार के गोदाम में भारी मात्रा में नकली खाद का भंडारण किया गया है। जिसे फर्जी तरीके से पारस डीएपी के बोरा में पैकिंग कर गढ़वा जिले के साथ-साथ बिहार एवं यूपी में ट्रक के ट्रक आपूर्ति की जाती है। हालांकि खाद बीज के इस काले कारोबार में कई रसूखदार लोग भी शामिल हैं। प्रशासन ने अभी गहराई से इस मामले में छानबीन और छापामारी की तो अभी और भी भारी मात्रा में नकली खाद बीज बरामद होने का अनुमान है। उधर कंपनी के लोगों के द्वारा उक्त दुकानदार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया की जा रही है। इस संबंध में डीसी रमेश घोलप ने जिला कृषि पदाधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। एसडीओ आलोक कुमार ने बताया कि उन्होंने सीओ और कृषि पदाधिकारी को वहां भेजा है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।