Joharlive Team
रांची। बरियातू रोड स्थित मेडिकल चौक के पास बने पल्स अस्पताल पर नारायण विश्वकर्मा नाम के शख्स ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग कर एक ट्वीट किया है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि जिस जमीन पर अस्पताल बन रहा है, वो जमीन आदिवासी की जमीन है। यह पूरी तरह से भूईंहरी नेचर की है। इस ट्वीट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के उपायुक्त को ट्विटर टैग करते हुये लिखा कि रांची डीसी कृपया मामले की पूरी जांच करते हुए आरोपियों पर कार्रवाई करते हुए सूचित करें। हेमंत सोरेन ने पल्स अस्पताल की जांच करने का निर्देश रांची डीसी को दिया है।
मालूम हो कि अभिषेक झा पल्स अस्पताल का संचालन करते हैं। अभिषेक झा राज्य की कृषि सचिव पूजा सिंघल के पति हैं। मुख्यमंत्री को टैग करते हुये नारायण विश्वकर्मा ने ट्वीट में लिखा है कि रांची में आदिवासी जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं। आदिवासी की जमीनी हकीकत के कई फसाने मीडिया में सुर्खियां जरूर बने, पर हुआ कुछ नहीं। आदिवासी की भूईंहरी जमीन की न रसीद कटेगी न रजिस्ट्री होगी। लेकिन सभी नियम को ताक पर रख कर हर कीमत पर आदिवासी जमीन हथिया ली गयी।
वहीं बिल्डिंग के पास पल्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का बोर्ड लगा हुआ है। बिल्डिंग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इस मामले में शरना सोतो संगम के सचिव राजेश मुंडा ने 2 अप्रैल 2019 को मुख्यमंत्री जन संवाद केंद्र में शिकायत की थी।
जनसंवाद केंद्र ने हाल में राजेश मुंडा को बताया था कि इस मामले को सक्षम न्यायालय में ही सलटाया जा सकता है। जमीन से जुड़े सारे कागजात सामाजिक कार्यकर्ता इंद्रदेव लाल पांडे के पास सुरक्षित हैं।