रांची: सीनियर आईएएस पूजा सिंघल के पल्स अस्पताल की जमीन के मामले को खंगालना शुरू कर दिया है. ईडी जानना चाहती है कि अस्पताल निर्माण के लिए विवादित जमीन को आवंटित कराने में पूजा सिंघल ने अपने पोजिशन का बेजा इस्तेमाल तो नहीं किया है. पल्स अस्पताल में पूजा सिंघल की कोई हिस्सेदारी तो नहीं है. क्योंकि इस अस्पताल के एमडी उनके पति अभिषेक झा हैं. यही वजह है कि 6 मई को पल्स अस्पताल पर भी ईडी ने रेड किया था.
इसके बाद तीन दिन तक अभिषेक झा से पूछताछ की गई थी. इधर, इस मामले में रांची जिला प्रशासन भी एक्टिव हो गया है. रांची के डीसी छवि रंजन ने एसी को 48 घंटे के भीतर पल्स अस्पताल की जमीन को लेकर पूर्व में हुई जांच रिपोर्ट देने को कहा है. दरअसल, 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार बनने के समय ही पल्स अस्पताल के निर्माण का मामला गरमाया था. फरवरी 2020 में एक शख्स ने ट्वीट कर सीएम को बताया था कि जिस जमीन पर पल्स अस्पताल का निर्माण हो रहा है, उसका एक बड़ा हिस्सा भुईंहरी नेचर का है, जिसकी बिक्री नहीं हो सकती है.
उस ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पल्स अस्पताल के जमीन विवाद की जांच करने का आदेश जिला प्रशासन को दिया था. उस समय रांची के डीसी राय महिमापत थे. उन्होंने बड़गाई अंचल के तत्कालीन सीओ और तत्कालीन अपर समाहर्ता को जांच करने को कहा था. लेकिन रिपोर्ट की कॉपी डीसी ऑफिस तक नहीं पहुंची. रांची के डीसी छवि रंजन ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने जुलाई 2020 में पदभार ग्रहण किया था. इसलिए उन्होंने वर्तमान अपर समाहर्ता को पूर्व में हुई जांच रिपोर्ट की कॉपी पेश करने को कहा है. जाहिर सी बात है कि अगर इस बात का खुलासा हो जाता है कि पल्स अस्पताल का निर्माण भुईंहरी जमीन पर हुआ तो फिर पूजा सिंघल और उनके पति के अलावा कई और लोग भी मुसीबत में आ जाएंगे.