रांची: कृषि मंत्री का पद संभालते ही दीपिका पांडेय सिंह एक्शन मोड में है. वहीं किसानों को लेकर चिंतित है. इस क्रम में गुरुवार को मंत्री ने झारखण्ड राज्य सहकारी लाह क्रय-विक्रय एवं आहरण संघ सीमित (झास्कोलैम्पफ) के सिदरौल, नामकोम स्थित लाह कारखाना का भ्रमण किया. उन्होंने निदेश दिया कि झास्कोलैम्पफ द्वारा संचालित लाह कारखाना एवं प्रशिक्षण गतिविधियों में भी सुधार लायें. लाह आधारित उत्पादों के खरीद-बिक्री से लेकर अन्य कार्यों के लिए कम्पनी व संस्थाओं के साथ एकरारनामा करें. साथ ही साथ लाह कारखाना, सिदरौल में स्कूल एवं कॉलेज के छात्रों को भ्रमण कराकर उन्हें लाह उत्पाद की जानकारी दी जाए. उन्होंने झास्कोलैम्पफ द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों यथा प्राथमिक लाह परिष्करण ईकाई, लैक सीलिंग स्टिक उत्पादन की भी जानकारी ली. लाह कृषकों को लाभ पहुंचाने हेतु विभाग राज्य एवं राज्य से बाहर लैक सीलिंग स्टिक की आपूर्ति हेतु कैबिनेट संलेख तैयार करें. भ्रमण के क्रम में मंत्री दीपिका पांडेय ने लाह कारखाना परिसर में हो रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया और जल्द निर्माण कार्य पूर्ण करने का निदेश दिया.

9 जिलों में लाह की खेती

प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि राज्य में मुख्यतः 9 जिलों यथा- रांची, खूंटी, सिमडेगा, गुमला, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, लातेहार, पलामू और गढ़वा में कुसुम, बैर, पलाश और सेमियालता वृक्षों पर लाह की खेती की जाती है. वर्तमान में बाजार दर न्यूनतम समर्थन मूल्य (कुसुमी लाह 275 रूपये प्रति किलो) रंगीनी लाह 200 रूपये प्रति किलो) से काफी ज्यादा होने के कारण लाह कृषकों से लाह का आहरण संभव नहीं हो पा रहा है. मंत्री ने निदेश दिया कि राज्य के लाह उत्पादक किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिये राज्य एवं राज्य से बाहर लैक सीलिंग स्टिक की आपूर्ति हेतु कैबिनेट संलेख तैयार करें.

लाह कृषकों को 90% अनुदान पर लाह बीहन

प्रबन्ध निदेशक, द्वारा बताया गया कि गत दो वर्षों में लगभग 2000 लाह कृषकों को वैज्ञानिक पद्धति से लाह की खेती एवं लाह मूल्य संवर्द्धन (प्राथमिक परिष्करण) का प्रशिक्षण प्रदान कराया गया. साथ ही लाह कृषकों को 90% अनुदान पर लाह बीहन एवं लाह खेती में प्रयुक्त होनेवाले टूल-कीट्स उपलब्ध कराया जाता है. राज्य में निर्वाचन प्रयोजनार्थ लैक सीलिंग स्टिक की आपूर्ति 12 जिलों में की गयी। 312 लैम्पस, पैक्स, व्यापार मंडल एवं प्राथमिक लाह उत्पादक सहयोग समितियां, झास्कोलैम्पफ से सम्बद्ध है.

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