रांची : सीसीएल (CCL) में संडे और पीएचडी कटौती पर विरोध बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में एनके क्षेत्र के डकरा में आंदोलन की तैयारी शुरू हो गई है. मांगों को लेकर श्रमिक संगठन महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष 8 नवंबर को धरना देगा. श्रमिक संगठनों ने महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंप कर इसकी जानकारी दे दी है. महाप्रबंधक को सौंपे गये ज्ञापन में श्रमिक संगठनों ने कहा है कि प्रबंधन का मजदूरों के कार्य के प्रति उदासीन रवैया, झूठे आश्वासन और यूनियन की बिना सहमति के मनमाने तरीके से कार्य करने आदि मांगों को एनके प्रबंधन के समक्ष रखा जाये, जो आवश्यक है. प्रबंधन के रवैये के कारण श्रमिकों के बीच अराजक स्थिति उत्पन्न हो गयी है.

यूनियन ने कहा कि मांगों पर अविलम्ब विचार कर समाधान किया जाय. यूनियन ने प्रबंधन को चेतावनी दी और कहा कि मांगों पर विचार कर एक सप्ताह के अंदर समाधान नहीं किया जाता है तो सभी केंद्रीय श्रम संगठन 8 नवंबर, 2023 को महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना देंगे. इसके वावजूद भी मांगों पर सकारात्क पहल कर समाधान नहीं होने पर पूरे क्षेत्र में क्रमबद्ध आंदोलन होगा.

मुख्य मांगें

  • संडे एवं पीएचडी में कोई कटौती नहीं की जाय. संडे पूर्व की भांति बिना शर्त चलाया जाय.
  • मजदूरों के कल्याण एवं अन्य मद मे वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 में मिले और खर्च का एक्शन प्लान के साथ पूरा विवरण उपलब्ध कराया जाय.
  • इसे भी स्पष्ट किया जाय कि जो भी कार्य किया गया है, उसके लिए कल्याण समिति की बैठक कर प्राथमिकता तय की गई थी.
  • वार्षिक रख रखाव (AMC) का कार्य पूरे क्षेत्र में कहां-कहा चल रहा है. कार्य की गुणवता को दर्शाते हुए प्राक्कलन सहित पूरा विवरण लिखित दी जाए. जो AMG का कार्य सम्पन्न भी हो गया है, उसके विपत्र भुगतान यूनियन के संयुक्त निरीक्षण के बाद किया जाय.
  • अंतरक्षेत्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट (2023-24) में खर्च के लिए कितना फंड आया है. इसकी पूर्ण जानकारी खर्च के साथ दी जाय.
  • मजदूरों के आवास की मरम्मत एवं अन्य आवश्यक कार्य निर्बाध रूप से किया जाय। फंड की अनुउपलब्धता दर्शाकर कार्य को बाधित नहीं किया जाय.
  • मुख्यालय के निर्देशानुसार सभी योग्य मजदूरों की पदोन्नति कोल इंडिया के स्थांपना दिवस 1 नवंबर के अवसर पर करना सुनिश्चिता किया जाय। एक भी योग्य मजदूर छूटना नहीं चाहिए.

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