रामगढ़: पश्चिम बंगाल में भाजपा नेता शिवेंदु अधिकारी द्वारा एक सिख पुलिस अधिकारी को कथित तौर पर खालिस्तानी कहे जाने का मामला बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को सिखों के जत्था ने रामगढ़ गुरुद्वारा के मुख्य मार्ग से होते हुए सुभाष चौक पर पहुंचकर सभा की. सिखों ने कहा कि सिखों का अपमान अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भाजपा ने सिर्फ सिख पदाधिकारी जसप्रीत सिंह को खालिस्तानी नहीं कहा है, बल्कि पूरे सिख समाज को खालिस्तानी बता दिया है. सिखों ने कहा कि जब भी सिख आगे आते हैं, भाजपा विचारधारा के लोग सिखों पर लांछन लगाते हैं. सिख किसान आंदोलन करते हैं तो उसे खालिस्तानी कहा जाता है, जब कहीं आपदा के समय लंगर की सेवा लगाते हैं तो कहा जाता है कि फंड खालिस्तान से आ रहा है. अब इस तरह का अपमान सिख बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं. भाजपा नेताओं में लोगों के प्रति रंग, धर्म, जाति को लेकर कितना नफरत बढ़ रहा है.

उन्होंने कहा कि दस्तार पहनने वाले आईपीएस को खालिस्तानी बोले जाने पर भाजपा देश से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे और दोषी भाजपा नेता और विधायक शुभेंदु अधिकारी को पार्टी से निष्कासित करें. नहीं तो पूरे देश में सिख आंदोलन करने पर बाध्य होंगे. प्रदर्शन में बलजीत सिंह बेदी, अनमोल सिंह, दलजीत सिंह, कुलवंत सिंह, भाखा सिंह, रघुवीर सिंह छाबड़ा, सत्येंद्र सिंह छाबड़ा, कुलवंत सिंह, अमरजीत सिंह छाबड़ा, राजा कलरा, पलविंदर सिंह, रमणी सिंह बेदी, दलजीत सिंह, जोगिंदर सिंह जग्गी, रणजीत सिंह जैसल, प्रतिपाल सिंह सहित कई सिख समुदाय के लोग मौजूद थे.

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