रामगढ़ (उरीमारी) : सीसीएल बरकासयाल महाप्रबंधक कार्यालय के बाहर मंगलवार को केंद्रीय संयुक्त ट्रेड यूनियन के नेताओं ने महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. जिसकी अध्यक्षता बिन्ध्याचल बेदिया व मंच संचालन बासुदेव साव ने किया. प्रदर्शन में मुख्य अतिथि एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जेबीसीसीआई सदस्य रमेन्द्र कुमार उपस्थित थे. मजदूरों को संबोधित करते हुए रमेन्द्र कुमार ने कहा कि ग्यारहवें वेतन समझौता को किसी भी हाल में निरस्त नहीं होने दिया जाएगा.
कोयला उद्योग में कुछ अधिकारियों के द्वारा मध्यप्रदेश के जबलपुर हाईकोर्ट में मजदूरों के वेतन समझौता पर याचिका दायर किया गया है. वहीं न्यायलय के द्वारा फिलहाल वेतन समझौता पर रोक लगाई गई है, लेकिन यह रोक अल्पकालिक है. हाईकोर्ट कोयला मजदूरों को न्याय जरूर देगी. साथ ही वेतन समझौते को लेकर नासमझ अधिकारियों को चेतावनी दी गई है. उनसे कहा गया कि मजदूरों के अधिकार से मत खेलो, अन्यथा मजदूर अपने हक अधिकार के लिए लड़ते रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कोयला उद्योग कोल इंडिया प्रबंधन अविलंब समस्या पर विचार कर समाधान निकाले. वहीं पांचों केन्द्रीय संयुक्त ट्रेड यूनियन के नेताओं ने एक स्वर में कहा कि आगामी बारह अक्टूबर से लेकर चौदह अक्टूबर तक कोयला उद्योग में ऐतिहासिक हड़ताल रहेगी.
ये रहे मौजूद
सतीश सिन्हा, देवेन्द्र सिंह,आर पी सिंह,अशोक शर्मा, अशोक गुप्ता, संजय वर्मा,उदय मालाकार, संजय मिश्रा, संजय शर्मा, शम्भू सिंह, दशरथ कुर्मी, डा.जीआर भगत, हरिनाथ महतो, लालू महतो, जेपीएन सिन्हा, रामाकांत दुबे,अनिल सिंह, बिनोद मिश्रा, इन्द्रदेव राम, जगरनाथ पासवान, आजाद भुइंया, सुरेश प्रसाद सिन्हा, सुदेश प्रशाद,विमल श्रीवास्तव, राजेश सिंह