रांची: जेल में बंद अमन साव सहित आठ अपराधियों को दूसरे जेल में शिफ्ट किया जा सकता है. रांची जेल से अमन साव और उसके आठ गुर्गों को राज्य के दूसरे जेल में शिफ्ट करने का प्रस्ताव रांची पुलिस ने जेल आईजी को भेजा है. कारा विभाग से सहमति मिलने के बाद अमन साव को दूसरे जेल में शिफ्ट किया जा सकता है.
जेल में बंद है अमन, बावजूद नही थम रही गतिविधियां
रांची एसएसपी सुरेंद्र झा के प्रयास के बाद कड़ी मशक्कत के बाद पिछले साल अमन साव को रांची के धुर्वा से गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद से वह रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद है. लेकिन जेल में बंद रहने के बावजूद गैंगेस्टर अमन साव की गतिवधियां कम नहीं रही हैं. सुजीत सिन्हा से नाता तोड़ने के बाद अमन साव की गतिविधियां छह जिलों में बढ़ी हैं. अमन साव के गिरोह के लोगों ने रांची, चतरा, लातेहार, रामगढ़, हजारीबाग और धनबाद जिले में कोयला कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों और लिफ्टरों को अपने निशाने पर रखा है. ऐसे में रांची पुलिस अब अमन साव पर शिकंजा कसने की तैयारी में है. रांची जेल से अमन साव और उसके आठ गुर्गों को राज्य के दूसरे जेल में शिफ्ट करने का प्रस्ताव रांची पुलिस ने जेल आईजी को भेजा है. हालांकि जेल आईजी ने अबतक रांची पुलिस के प्रस्ताव पर सहमति दी है. कारा विभाग से सहमति मिलने के बाद अमन साव को दूसरे जेल में शिफ्ट किया जा सकता है.
राज्यभर में दर्ज हैं 49 मामले
रांची जेल में बंद अमन साव पर रांची में रंगदारी और अपराध की योजना बनाने से संबंधित चार मामले दर्ज हैं. जबकि राज्यभर के अलग-अलग थानों में 49 मामले दर्ज है. अमन साव को धनबाद, रांची, रामगढ़, पलामू हजारीबाग, चतरा और लातेहार जिले की पुलिस के लिए चुनौती बन गया था. हजारीबाग के उरीमारी, बड़कागांव, डाड़ीकला, गिद्दी, केरेडारी थाना क्षेत्र, चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र, लातेहार जिला के चंदवा थाना क्षेत्र में कार्यरत कोयला कंपनियों, ट्रांसपोर्टरो, एवं उद्यमियों से लेवी की मांग करता था. लेवी नही देने पर देने पर जान से मारने की धमकी के साथ साथ वाहनों को जलाने की धमकी देता था.
चतरा में लगातार दे रहे वारदातों को अंजाम
चतरा के मगध-आम्रपाली परियोजनों में अमन सहित कई गिरोह सक्रिय हैं. गिरोह के लोगों ने कई बार ट्रांसपोर्टरों से पैसे की मांग की थी. बीते माह आरकेटीसी कंपनी के तीन कर्मियों पर फायरिंग के मामले में भी अमन साव के गुर्गे अमन साव ने जिम्मेदारी ली है. अमन साव के गुर्गे मयंक सिंह ने घटना की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि छतीसगढ़ के रायपुर व कोरबा में बैठे पार्थ ने उनकी बात की अनसुनी की है. मयंक ने धमकाया था कि अगर कंपनी के लोग उनकी नहीं सुनेंगे तो गोलियां रायपुर और कोरबा में भी बरसेंगी. मयंक सिह ने कबूला था कि पहले भी गिरोह के लोगों ने आरकेटीसी के सतीश ठाकुर व एक अन्य स्टाफ को गोली मारी थी. हालांकि घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
किन किन जिलों में कारोबारियों को दी धमकी
अमन साव के गैंग ने हाल के दिनों में धमकी दी है कि रांची, चतरा, रामगढ़, हजारीबाग, लातेहार के कोयला कारोबारी व ट्रांसपोर्टर गैंग को मैनेज किए बिना कोई काम करेंगे तो उसे मार डालेंगे.