आज दिनांक 17 सितंबर 2019 अटल एकेडमिक प्रोग्राम के अंतर्गत सेंट्रल यूनिवर्सिटी आफ झारखंड के कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित साइबर सिक्योरिटी वर्कशॉप का दूसरा दिन था। आज के व्याख्यान में एनआईटी जमशेदपुर के प्रोफेसर दिलीप कुमार यादव जी ने कहा की ईमेल फ्रॉड के जरिए कितनी आसानी से प्राइवेट डाटा की चोरी संभव है। उन्होंने लाइव सेशन में फॉल्स ईमेल भेज कर दिखाया समझाने की कोशिश की किस तरह आपको आने वाला हर इमेज किसी वास्तविक व्यक्ति का नहीं भी हो सकता है।

अपने दो सेशन के व्याख्यान में उन्होंने इस बात पर कई बार जोड़ दिया की बिना वजह बिना पहचान वाली ई-मेल को खोलना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। किसी भी प्लेटफार्म चाहे मोबाइल फोन या डेक्सटॉप कंप्यूटर, ईमेल में लगे अटैचमेंट को डाउनलोड करते हैं आपका सारा निजी डेटा रिमोट डिवाइस से एक्सेस किया जा सकता है।

अपनी एक सेशन में उन्होंने सामान्य लोगों के लिए यह सुझाव दिया की अगर ईमेल अटैचमेंट से कोई वायरस या मलेशियस सॉफ्टवेयर आपके सिस्टम में आता है तो वह सबसे पहले आपके सी ड्राइव के डाटा को करप्ट करेगा। इसलिए यदि संभव हो सके तो प्राइवेट डाटा को एक अलग ड्राइव बनाकर स्टोर करें।

Share.
Exit mobile version