देवघर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने की धमकी से संबंधित वहाट्सएप मैसेज जिस मोबाइल नंबर से भेजा गया था, वह सिम देवघर जिले के मधुपुर थाना क्षेत्र के लालगढ़ निवासी महिला हसीना बीबी के नाम से रजिस्टर्ड है. हसीना बीबी लालगढ़ में छोटा-मोटा दुकान चलाती है और बीड़ी बनाती है. उन्होंने बताया कि 2018 में बेटे के हाथ से उक्त सिम खो गया था. इसके बाद उसकी सूचना थाने को नहीं दी थी. सिम भी बंद नहीं कराया था और दूसरा नंबर ले लिया था. अब उसी सिम से सात दिसंबर को मुंबई के वर्ली स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में एक वहाट्सएप मैसेज प्राप्त हुआ, जिसमें झारखंड के धनबाद और मुंबई में बम ब्लास्ट करने की चेतावनी दी गई थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाना बनाने की धमकी दी गई थी. इस मामले में पूर्व-मध्य रेलवे के आरपीएफ आईजी सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने रिपोर्ट तैयार झारखंड के पुलिस मुख्यालय को भेजा था, जिसके बाद स्पेशल ब्रांच ने धनबाद और देवघर के पुलिस कप्तान को अलर्ट किया था. हसीना बीबी ने बताया कि उन्हें इस बात का इल्म भी नहीं था कि उनके खोए सिम का ऐसा दुरुपयोग हो सकता है. धमकी मामले में उनकी या उनके किसी परिजन की संलिप्तता नहीं है. महिला के पति मो. हबीबुल्लाह ने बताया कि इस मामले की जांच कर रही है पुलिस या जांच एजेंसियां को पूरा सहयोग करेंगे. क्योंकि उनकी पत्नी और पूरा परिवार इस मामले में निर्दोष है. बारा पंचायत के मुखिया मिंटू शेख ने बताया कि हसीना शेख, उनके पति मो. हबीबुल्लाह का परिवार काफी गरीब है. इनके पास पक्के मकान तक नहीं हैं. खपरैल के मकान में रहते हैं. थाना-पुलिस में कभी कोई इनलोगों पर केस भी नहीं है. परिवार अनपढ़ है, इस कारण सिम खोने की सनहा थाने में नहीं कराई.