Joharlive Desk
बंगलूरू । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार दो दिवसीय कर्नाटक दौरे पर तुमकुरु के श्री सिद्धगंगा मठ पहुंचे। यहां आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने नागरिकता संसोधन कानून का जिक्र करते हुए कहा कि हम धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का काम कर रहे हैं जबकि कांग्रेस उनके खिलाफ रैली निकाल रही है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से सामान्य लोगों के जीनव में सार्थक परिवर्तन लाने वाले अभूतपूर्व प्रयास शुरू हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत ने 21वीं सदी के तीसरे दशक में नई ऊर्जा और नए जोश के साथ प्रवेश किया है। आपको याद होगा कि पिछले दशक की शुरुआत के समय देश में किस तरह का माहौल था। लेकिन यह तीसरा दशक उम्मीदों और आकांक्षाओं की मजबूत नींव के साथ शुरू हुआ है।’
सीएए का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पाकिस्तान का निर्माण धर्म के आधर पर हुआ था। वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जाता है। प्रताड़ित लोग शरणार्थी के तौर पर भारत आने के लिए मजबूर हैं। लेकिन कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोलती हैं बल्कि वह इन शरणार्थियों के खिलाफ रैलियां निकाल रहे हैं। अब ये हर भारतीय का मानस बन चुका है कि विरासत में जो समस्याएं हमें मिली हैं, उनको हल करना ही होगा। समाज से निकलने वाला यही संदेश हमारी सरकार को प्रेरित भी करता है और प्रोत्साहित भी करता है।’
अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘2014 के बाद से ही सामान्य मानवीय के जीनव में सार्थक परिवर्तन लाने वाले अभूतपूर्व प्रयास भारत ने किए हैं। आज खुले में शौच से देश को मुक्त करने का संकल्प, गरीब बहनों को धुएं से मुक्ति का संकल्प और किसानों, छोटे व्यापारियों, श्रमिकों को पेंशन का संकल्प सिद्ध हो रहा है। हमने धारा 370 को खत्म करके कश्मीर को आतंकवाद और अनिर्णय की स्थिति से मुक्त किया है। हम पड़ोसी देशों से धार्मिक रूप से पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान कर रहे हैं और शांति, सद्भाव के लिए भगवान राम की जन्मभूमि पर एक राम मंदिर भी बनाया जा रहा है।’
कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस इन कृत्यों पर चुप क्यों है? वह पाकिस्तान की प्रताड़ना पर चुप क्यों है? क्या पाकिस्तान से आए इन सताए हुए लोगों की मदद करना हमारी ज़िम्मेदारी नहीं है? आज हर देशवासी के मन में सवाल है कि जो लोग पाकिस्तान से अपनी जान बचाने के लिए, अपनी बेटियों की जिंदगी बचाने के लिए यहां आए हैं, उनके खिलाफ तो जुलूस निकाले जा रहे हैं लेकिन जिस पाकिस्तान ने उनपर ये जुल्म किया, उसके खिलाफ इन लोगों के मुंह पर ताले क्यों लगे हुए हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उसे जुड़े नारे लगाइए।अगर आपको जुलूस निकालना ही तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए। मैं आज संत समाज और आप सबसे 3 संकल्पों में सक्रिय सहयोग चाहता हूं। पहला- अपने कर्तव्यों और दायित्वों को महत्व देने की अपनी पुरातन संस्कृति को हमें फिर मजबूत करना है। दूसरा-प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा। तीसरा-जल संरक्षण और जल संचयन के लिए जनजागरण में सहयोग।’