रांची: आईएमसी-2023 के उद्घाटन समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा को “5जी यूज़ केस लैब” से सम्मानित किया गया. यह कार्यक्रम दूरसंचार विभाग (DoT) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) के सहयोग से आयोजित किया गया था. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन समारोह में कुलपति,  बीआईटी मेसरा प्रो. इंद्रनील मन्ना, डीन पीजी, प्रो. निशा गुप्ता, डीन यूजी, प्रो. वी.आर. गुप्ता, विभागाध्यक्ष, ईसीई, प्रो एसएस सोलंकी,  संकाय सदस्य और बीआईटी के लगभग 200 छात्र/ छात्राओं के साथ DoT प्रतिनिधि विकाश कुमार और नीलेश कुमार उपस्थित थे. डॉ संजय कुमार ईसीई विभाग, बीआईटी मेसरा के प्रतिनिधि के रूप में आईएमसी-2023, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से समारोह में शामिल हुए.

वायरलेस संचार के शैक्षणिक और अनुसंधान क्षेत्रों में प्रभावशाली स्थान है बीआईटी मेसरा का

बीआईटी मेसरा के साथ, कुल 100 संस्थानों को DoT द्वारा ‘100 5G यूज़ केस लैब’ पहल के तहत चुना गया है, जिसका उद्देश्य छात्रों और स्टार्टअप समुदायों के लिए 5G और उससे आगे की प्रौद्योगिकियों में दक्षता और अनुसंधान का निर्माण करना है. बता दें की बीआईटी मेसरा का वायरलेस संचार के शैक्षणिक और अनुसंधान क्षेत्रों में प्रभावशाली स्थान है.

अत्याधुनिक तकनीक के उन्नत उपकरणों और सॉफ्टवेयर टूल्स से सुसज्जित है प्रयोगशाला

नोडल अधिकारी डॉ. गजेंद्र कांत मिश्रा और डॉ. संजीत कुमार से प्राप्त जानकारी के अनुसार, संस्थान के ईसीई विभाग 2005 से वायरलेस संचार विशेषज्ञता में एमटेक और पीएचडी कार्यक्रम चलाता है. विभाग की प्रयोगशालाएँ अत्याधुनिक तकनीक के उन्नत उपकरणों और सॉफ्टवेयर टूल्स से सुसज्जित हैं. इसमें पहले से ही 4जी और 5जी के लिए बुनियादी संचार प्रणाली सेटअप है. ‘5G यूज़ केस लैब’ की स्थापना से विभाग की अनुसंधान क्षमता में वृद्धि होगी और निश्चित रूप से विभिन्न धाराओं के शोधकर्ताओं को 5G  के उन्नत ढांचे का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.

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