वारसॉ: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हटाने का आह्वान करते हुए कहा कि, ‘यह व्यक्ति सत्ता में नहीं रह सकता.’ हालांकि बाइडेन के इस बयान के तुरंत बाद व्हाइट हाउस ने स्पष्ट करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति रूस में नई सरकार के गठन की बात नहीं कर रहे थे. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा कि बाइडेन ‘पुतिन के रूस में सत्ता में रहने या सरकार बदलने के बारे में नहीं कह रहे थे.’ उन्होंने बताया कि, बाइडेन के कहने का मतलब था कि ‘पुतिन को अपने पड़ोसियों या क्षेत्र पर ताकत का इस्तेमाल करने नहीं दिया जा सकता.’ बाइडेन ने पोलैंड की राजधानी वारसॉ में अपने भाषण का इस्तेमाल उदार लोकतंत्र और नाटो सैन्य गठबंधन का बचाव करने के लिए किया.
उन्होंने यह भी कहा कि यूरोप को रूसी आक्रामकता के खिलाफ लंबे संघर्ष के लिए खुद को तैयार करना चाहिए. बाइडेन के संबोधन को व्हाइट हाउस ने एक प्रमुख संबोधन बताया. अमेरिकी राष्ट्रपति रॉयल कैसल के सामने बोल रहे थे, जो वारसॉ के उल्लेखनीय स्थलों में से एक है. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. उन्होंने पोलैंड में जन्मे पोप जॉन पॉल द्वितीय के कहे शब्दों का जिक्र किया और चेतावनी दी कि यूक्रेन पर पुतिन के आक्रमण से ‘दशकों लंबे युद्ध’ का खतरा है. बाइडेन ने कहा, ‘इस लड़ाई पर हमें स्पष्ट नजर रखने की जरूरत है. यह लड़ाई दिनों या महीनों में नहीं जीती जाएगी.’ इस दौरान लगभग हजार लोगों की भीड़ में कुछ यूक्रेनी शरणार्थी भी शामिल थे, जो यूक्रेन पर हमले के बीच वहां से भागकर पोलैंड और अन्य जगहों पर आ गए हैं.