रांची : राज्य में प्रोन्नति नियमावली को लेकर शिक्षकों मे गहरा रोष है. सारे शिक्षक अब आर पार की लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं. इसको लेकर शिक्षकों ने एमसीपी मोर्चा का गठन किया है. इस मोर्चा में प्राथमिक, माध्यमिक व प्लस-टू के शिक्षक शामिल हैं. अमरनाथ झा को मोर्चा का संयोजक बनाया गया है. जल्द ही मोर्चा के पदाधिकारी बैठक करेंगे और आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे. मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि झारखंड गठन के बाद से ही यहां के सभी स्तर के शिक्षकों के लिये प्रोन्नति संबंधी कोई स्पष्ट नियमावली आज तक नहीं बनी. इसके कारण शिक्षकों की प्रोन्नति वर्षों से बाधित है. बहुत संघर्ष के बाद माध्यमिक के लिये 2016 में नियमावली तो बनी, लेकिन विभागीय अड़चन के कारण प्रोन्नति पाये शिक्षकों से भी इसे वापस ले ली गई.
मोर्चा ने कहा कि विभाग हमेशा पूर्ववर्ती बिहार राज्य में 1989 का आधार बनाकर बाधा उत्पन्न कर रहा है. यहां के शिक्षक पर भी वही नियम लागू है. वर्ष, 1989 की नियमावली में कठिनाई को देखते हुए पूर्ववर्ती राज्य ने सभी कोटि के शिक्षकों को राज्यकर्मी की तरह एमएसीपी दिया है.
झारखंड में भी गत विधानसभा सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण के माध्यम से इस प्रश्न को उठाया गया, कमेटी बनी. कमेटी में विभाग ने जबाब दिया कि इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है. शिक्षा विभाग ने परामर्श के लिए वित्त विभाग में संचिका बढाई है. बिहार सरकार से एमएसीपी को लेकर पत्राचार किया है.
इन सभी प्रक्रिया में त्वरित कार्रवाई के लिए संयुक्त रूप से संघर्ष करने के बाबत एमएसीपी संघर्ष मोर्चा, झारखंड प्रदेश का गठन किया गया है. इसमें +2 से रमण कुमार झा, माध्यमिक से मुकेश कुमार सिंह और प्राथमिक से अरुण कुमार दास को अपनी बात शिक्षकों तक ले जाने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है.
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