रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के असिस्टन्ट डायरेक्टर रैंक के एक अफसर पर हमले की तैयारी में था बिरसा मुंडा कारा में बंद प्रेम प्रकाश. इस घटना को अंजाम देने के लिए उसने पहले एक नक्सली से संपर्क साधा था पर नक्सली ने हमला करने से इंकार कर दिया. इसके बाद जेल में बंद प्रेम प्रकाश ने अमन साहू गैंग के एक गुर्गे से संपर्क किया था. पर इसकी भनक ईडी अफसरों को लग गयी जिसके बाद ईडी के अधिकारियों को सीआरपीएफ़ के अंगरक्षक मुहैया कराया गया. साथ ही अफसरों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सीआरपीएफ़ हाउस गार्ड भी प्रदान किया गया. जानकारी के मुताबिक प्रेम प्रकाश ने ईडी के अफसरों को फंसाने के लिए दो युवतियों से भी संपर्क किया गया था. जो अप्रैल में उनसे मिलने जेल भी पहुंची थी.
बता दें कि ईडी ने बीते शुक्रवार को बिरसा मुंडा कारा में छापेमारी कि थी. जहां से ईडी द्वारा मुलाकाती रजिस्टर की फोटोकोपी ली थी. साथ ही जेल मे बंद कुछ बंदियो ने भी प्रेम प्रकाश के खिलाफ शिकायत की थी. प्रेम प्रकाश को ईडी ने साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध पत्थर खनन में गत वर्ष 25 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जानकारी के मुताबिक जेल में उसके नाम का धौंस चलता है.
गौरतलब है कि रांची भूमि घोटाला केस में अब तक ईडी रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन और कारोबारी बिष्णु अग्रवाल सहित प्रेम प्रकाश को मिलकर कुल 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. केस की जांच पिछले एक साल से चल रही है. पिछले साल ईडी ने नवंबर में कारोबारी बिष्णु अग्रवाल के ठिकानों पर छापा मारा था. इसी वर्ष 13 अप्रैल को ईडी ने पूर्व रांची डीसी और तात्कालीन समाज कल्याण निदेशक छवि रंजन के जमशेदपुर स्थित घर के अलावा, रांची, सिमडेगा और हजारीबाग के कई ठिकानों पर छापा मारा था.
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