नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के संवेदनशील इलाके में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. जहां एक गर्भवती महिला को उसके परिवार वाले उफनती नदी के बीच चारपाई पर लाद कर अस्पताल ले गए. ग्राम के प्रमुख बुदरू मंडावी की माने तो गंगालुर थाने के रेटी और कामकानार गांव बीच नदी में स्थित है. जहां कामानार की महिला रैनी मंडावी को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाना था. परिजनों ने मदद के लिए स्वास्थ्य विभाग में फोन भी किया परंतु किसी कारणवश बचाव दल समय पर नहीं पहुंच पाया. महिला प्रसव पीड़ा से विचलित थी बाद में महिला के पति व उनके परिवार वाले गर्भवती महिला को चारपाई में लाद कर नदी पार कराया. उसे नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ग्राम रेडी में उपचार के लिए भर्ती कराया गया.
दरअसल यह पूरा मामला गंगालूर इलाके की रेड्डी और कमकानार गांव के बीच स्थित नदी की है. जहां पर कमकानार की महिला रैनी माडवी को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाना था. जिसके लिए परिजनों ने मदद के लिए जिम्मेदारों को भी फोन किया था. लेकिन वे किसी कारणवश बचाव दल को नहीं भेज पाए. इस घटना ने सरकार के विकास के दावों की पोल खोल कर रख दी है. सच तो यही है, कि आज भी कई इलाके ऐसे है, जो स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में पिछड़ा हुआ है. भले ही अपने जुगाड़ से ग्रामीणों ने चारपाई के सहारे गर्भवती महिला को नदी पार कराकर अस्पताल पहुंचाया हो, लेकिन इस इलाके में विकास के कई दावे सरकार और जिला प्रशासन करती है.